रेवाड़ी, 24 जून (हप्र)
पिछले दो माह से पेयजल संकट से जूझ रहे चार गांवों के लोगों का गुस्सा उस समय चरम पर पहुंच गया, जब सोमवार को भी उनके घरों में पानी नहीं पहुंचा। ग्रामीणों ने महिलाओं के साथ बावल रोड पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मटके फोड़े और जाम लगा दिया। सूचना पाकर मॉडल टाउन थाना प्रभारी ग्रामीणों को समझाने के लिए मौके पर पहुंचे, लेकिन ग्रामीण टस से मस नहीं हुए।
बावल रोड स्थित गांव देवलावास, गज्जीवास, धामलाका व चांदपुर की ढाणी में पिछले दो माह से पेयजल संकट गहराया हुआ है। देवलावास के सरपंच धर्मेन्द्र कुमार ने कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए वे संबंधित अधिकारियों, जिला उपायुक्त और विभाग के मंत्री डा. बनवारी लाल से कई बार मिले। हैरत की बात यह है कि मंत्री के हलके के ये गांव दो माह से प्यासे हैं और गुहार पर गुहार करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही। उन्होंने कहा कि कभी पम्प ऑपरेटर मोटर नहीं चलाता है तो कभी अन्य समस्या खड़ी हो जाती है।
उन्होंने कहा कि उनकी कॉलोनी को अवैध बताकर अधिकारी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे हैं, जबकि 1980 से लोग यहां घर बनाकर रह रहे हैं और बिजली व सीवर कनेक्शन भी मिले हुए हैं। उन्होंने कहा कि जब तक समस्या का ठोस समाधान नहीं होता, ग्रामीणों का गुस्सा शांत नहीं होगा।
जाम लगने की सूचना मिलते ही मॉडल टाउन थाना प्रभारी कृष्ण कुमार दलबल सहित मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन पानी की मांग पूरी नहीं होने तक ग्रामीण सडक़ से हटने को तैयार नहीं हुए। तत्पश्चात संबंधित विभाग के अधिकारियों से मिले ठोस आश्वासन के बाद जाम खोल दिया गया।