कैथल, 24 जून (हप्र)
टीबी मुक्त ग्रामीण भारत अभियान के तहत किए गए सर्वे के अनुसार जिले के 20 गांव टीबी मुक्त पाए गए। इन गांव की पंचायत को टीबी मुक्त घोषित किया गया है। डीसी प्रशांत पंवार ने इन ग्राम पंचायत के प्रतिनिधियों को सोमवार को लघु सचिवालय के सभागार में स्मृति चिह्न और प्रशंसा पत्र भेंट कर सम्मानित किया। जनवरी 2023 से दिसंबर 2023 तक किए गए सर्वे के आधार पर इन ग्राम पंचायतों को यह दर्जा दिया गया है। डीसी प्रशांत पंवार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2025 तक भारत को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान चलाकर लोगों को उत्साहित कर रहा है। जो पंचायतें टीबी मुक्त हो गई हैं उन्हें सम्मानित किया गया है। उन्होंने सम्मानित होने वाली ग्राम पंचायतों से आह्वान किया कि वे इस टीबी मुक्त गांव के स्टेटस को बरकार रखें और साल 2025 तक देश से टीबी को खत्म करने में अपना शत प्रतिशत योगदान दें। उन्होने जिला कैथल की सभी ग्राम पंचायतों को राष्ट्रीय कार्यक्रम टीबी मुक्त भारत में बढ़ चढ़ कर भाग लेने का संदेश दिया।
इन गांवों को घोषित किया गया टीबी मुक्त
गांव मंझेड़ी, बुडनपुर गुजरान, छन्ना जाटान, हरनौला, जनेदपुर, सुल्तानिया करतारपुर, कसौली, खेड़ी दाबन, मेघा माजरा, फर्श माजरा, डडवाना, धेरडू, भालंग, दुमाड़ा, कलासर, नरवलगढ़, सिल्ला खेड़ा, बदनारा, जठेड़ी व मुन्नारेहड़ी। कैथल में सोमवार को टीबी मुक्त होने पर गांव मंझेड़ी पंचायत के सरपंच को सम्मानित करते डीसी प्रशांत पंवार।