झज्जर, 25 जून (हप्र)
कांग्रेस विधायक गीता भुक्कल ने आरोप लगाया कि भाजपा पूरी तरह से एससी और ओबीसी विरोधी मानसिकता से पीड़ित है। इसलिए जब से प्रदेश की सत्ता में भाजपा आई है, दलितों और पिछड़ों के आरक्षण व अधिकारों पर कुठाराघात हो रहे हैं। इसी कड़ी में भाजपा ने पिछड़ा वर्ग के आरक्षण की क्रीमीलेयर को 8 लाख से घटकर 6 लाख किया था।
साथ ही इसमें भाजपा ने कृषि और वेतन की आय को भी जोड़ दिया। जबकि कांग्रेस कार्यकाल के दौरान मई 2013 को क्रीमीलेयर की आय सीमा को निर्धारित करते हुए इससे कृषि और वेतन की आय को अलग कर दिया गया था।
झज्जर में पत्रकारों से उन्होंने कहा कि आज केंद्र की क्रीमीलेयर लिमिट भी 8 लाख रुपये है। लेकिन हरियाणा की भाजपा सरकार ने इसे घटाकर 6 लाख कर दिया और इसमें कृषि व वेतन की आय भी जोड़ दी।
इसके चलते पिछड़ा वर्ग के लाखों लोग आरक्षण के अधिकार से वंचित हो गए। अब पिछड़ा वर्ग के सामने भाजपा की सच्चाई उजागर हो गई तो भाजपा की तरफ से ये लिमिट को बढ़ाकर वापस 8 लाख करने की बात कही जा रही है।
जबकि इसको लेकर अभी तक कोई सरकारी दस्तावेज सामने नहीं आया है। इसके बारे में सीएमओ की तरफ से की गई सोशल मीडिया पोस्ट को भी डिलीट कर दिया गया है।
गीता भुक्कल ने कहा कि प्रदेश की नौकरियों में 2 लाख से ज्यादा पद खाली पड़े हुए हैं। लेकिन भाजपा जानबूझकर इन पदों को नहीं भर रही। क्योंकि पक्की भर्तियां होंगी तो एससी और ओबीसी को आरक्षण देना पड़ेगा।
इसके विपरीत कांग्रेस कार्यकाल के दौरान पिछड़ा वर्ग की सभी जातियों को आरक्षण का उचित लाभ देने के लिए कई कदम उठाए गए।