सोनीपत, 26 जून (हप्र)
डीसी डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि विभिन्न उद्योगों में आग लगने से हुई घटनाएं काफी दु:खद हैं और जिला प्रशासन इन्हें आपदा घोषित करने के लिए राजस्व विभाग के वित्त आयुक्त (एफसीआर) को पत्र लिखेगा। साथ ही सभी उद्योगों का सुरक्षा ऑडिट भी करवाया जा रहा है। अगर कहीं भी लापरवाही मिलती है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
डीसी डॉ. मनोज कुमार लघु सचिवालय में बुधवार को उद्योगों से जुड़े विभागों के साथ समीक्षा बैठक में निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि जिन लोगों की मृत्यु हुई है और वह श्रमिक फैक्टरी एक्ट के तहत पंजीकृत हैं तो उन्हें मुआवजा दिया या नहीं यह सुनिश्चित किया जाए। जो लोग पंजीकृत नहीं थे और मदद के दौरान मृत्यु हुई है तो उनकी मदद किस विभाग से और किस तरह से की जाए इसके लिए भी रास्ता निकाला जाए। उन्होंने कहा कि कुछ घायलों को इलाज के लिए निजी अस्पतालों में ले जाया गया था। इन सभी अस्पतालों से घायलों का बिल आयुष्मान भारत योजना के तहत तय दरों पर लिया जाए।उन्होंने सिविल सर्जन डॉ. जयकिशोर को उन्होंने इसके लिए सूची तैयार करने के निर्देश दिए। उपायुक्त ने रेडक्रास सोसाइटी के सचिव गौरव रामकरण को निर्देश दिए कि वह इन सभी घायलों के बिलों का भुगतान करवाने के कहा। अगर जिला रेडक्रॉस सोसाइटी से दिक्कत आती है तो इसके लिए राज्य रेडक्रॉस सोसाइटी को उनकी तरफ से पत्र लिखा जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो सीएसआर से मदद लेकर भी घायलों की मदद करेंगे। उपायुक्त ने कहा कि हादसों में अगर किसी का कोई अंग-भंग हुआ है तो इसके लिए सीएमओ एक कमेटी बनाकर रिपोर्ट देंगे ताकि उन्हें मदद दिलवाई जा सके। उन्होंने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को पत्र लिखकर मदद करने के लिए निर्देश दिए। बैठक में सामने आया कि कुछ बायलर ऑपरेटरों की काफी कमी है इसलिए एक ऑपरेटर कई कंपनियों में काम करता है और अप्रशिक्षित ऑपरेटरों से काम लिया जाता है। इस पर उपायुक्त ने निर्देश दिए कि सभी ऑपरेटरों की सूची ऑनलाइन की जाए। इसके लिए डीजी इंडस्ट्री को पत्र लिखा जाएगा कि सभी ऑपरेटरों का डाटा रखा जाए।
एंबुलेंस को देनी होगी सूचना
दमकल विभाग को कोई आग लगने की सूचना मिलती है तो वह तुरंत 112 नंबर डायल कर एंबुलेंस मौके पर जाने के लिए सूचित करेंगे। उन्होंने दमकल अधिकारी को निर्देश दिए कि आग लगने के बाद बड़ी संख्या में लोग इकट्ठे हो जाते हैं ऐसे में उनके पास रस्से व जरूरी उपकरण हों ताकि लोगों को दूर रखा जा सके।