बाबैन, 29 जून (निस)
अपने लिए सब जीते हैं, जो दूसरों के लिए जीए, जीना उसी का नाम है, यह बात श्री विश्वकर्मा पांचाल समाज सुधार के प्रदेश अध्यक्ष एवं समाजसेवी साहब सिंह खरींडवा पर पूर्णतः लागू होती है। समाजसेवी साहब सिंह खरींडवा ने कहा है कि मनुष्य को सभी स्वार्थों का त्याग करते हुए जनहित में बिना किसी स्वार्थ के भलाई के कार्य करने चाहिए। उन्होंने कहा है कि मेरी सोच हमेशा नि:स्वार्थ भाव से हर वर्ग के लोगों का भला करने की रही है। साहब सिंह खरींडवा बाबैन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए बोल रहे थे। साहब सिंह खरींडवा ने कहा है कि जरूरतमंद व गरीब व्यक्ति की सहयता करना सच्ची समाज सेवा है, समाजहित के ऐसे पुण्य कार्यों में समाजसेवी लोगों को बढ़-चढ़कर भाग लेना चाहिए। उन्होंने कहा है कि गरीब व जरूरतमंदों लोगों की सेवा व भला करने से कभी पीछे नहीं हटूंगा। समाजसेवी साहब सिंह ने युवाओं से आह्वान किया है कि वे नशे जैसी अनेक बुराइयों से दूर रहकर शिक्षा के साथ खेलों में भी बढ़-चढ़कर भाग लेकर अपने भविष्य को उज्ज्वल बनाएं।