रेवाड़ी, 30 जून (हप्र)
रेवाड़ी शहर व आसपास इलाके में हुई मूसलाधार वर्षा ने पूरे शहर को पानी-पानी कर दिया। शहर की सड़कों, गली-मौहल्लों व बाजारों में दो-दो फीट पानी जमा दिखाई दिया। शहर की नयी अनाज मंडी, पुरानी सब्जी मंडी, भाडावास गेट रोड, कई कालोनियां बरसाती पानी से लबालब हो गई। बरसात रुकने के कई घंटों बाद भी जलभराव बना हुआ था।
जलभराव से परेशान लोगों ने पूर्व मंत्री कै. अजय सिंह यादव से गुहार लगाई तो वे सीधे शहर के दौरे पर निकल पड़े। उन्होंने नयी अनाज मंडी और पुरानी सब्जी मंडी का जायजा लिया और लोगों की परेशानियों को जाना। उन्होंने मौके पर ही जिला नगरायुक्त (डीएमसी) से फोन पर बात की और जलभराव के निकासी के लिए कहा। इस मौके पर कै. अजय ने कहा कि सभी को पता है कि बरसात का मौसम शुरू होने वाला है। इसके बावजूद प्रशासन ने समय पर पानी निकासी व नालों की सफाई के प्रबंध क्यों नहीं किया। उन्होंने सवाल किया कि नगर परिषद की चेयरपर्सन आखिर किस लिए चुनी गई है। उन्हें शहर का जायजा लेकर लोगों की तकलीफों से अवगत होना चाहिए था। नप अधिकारियों को दफ्तर से बाहर निकलकर शहर के हालात देखने चाहिए। पूरा शहर त्राहि-त्राहि कर रहा है। कई कॉलोनियों में सीवर ओवरफ्लो की शिकायतें मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा भाजपा सरकार से जनता तंग आ चुकी है और अब 3 महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव में जनता उसे सबक सिखाएगी। उन्होंने दावा किया कि प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार भारी बहुमत से बनेगी और फिर विकास का पहिया तेजी से दौड़ेगा।
जिला में हुई मानसून की बारिश ने प्रशासन के उन तमाम दावों की पोल खोल कर रख दी, जिनमें आला प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा समय से पहले संबंधित अधिकारियों को यह निर्देश दिए गए थे कि शहर के सभी नालों की सफाई करा दी जाए, ताकि जलभराव की स्थिति पैदा ना हो। शहर के साथ-साथ धारूहेड़ा के नंदरामपुर बास रोड, सोहना रोड आदि मार्गों पर बने नाले गंदगी से लबालब होने के कारण सड़कों पर जलभराव हो गया। इन सड़कों से गुजरने वाले लोग हाथों में चप्पल और जूते लेकर चलते दिखाई दिए। शुक्रवार को डीएमसी अनुपमा अंजलि ने शहर का दौरा कर चेतावनी दी थी कि शहर में कहीं भी जलभराव हुआ तो संबंधित विभाग जिम्मेदार होगा, लेकिन उनके यह आदेश हवा-हवाई नजर आ रहे हैं।