अम्बाला शहर, 1 जुलाई (हप्र)
आयुष्मान योजना के लाभार्थियों का प्राइवेट अस्पतालों द्वारा उपचार बंद किए जाने पर प्रदेश कांग्रेस ने हरियाणा सरकार की नाकामी पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस ने खुलासा किया कि निजी अस्पतालों को आयुष्मान भुगतान नहीं देने के कारण लाखों लोग सुविधा से वंचित होकर रह गए हैं।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के डेलीगेट, कांग्रेस मैनीफेस्टो कमेटी के सदस्य पूर्व कोषाध्यक्ष रोहित जैन ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि एक ओर तो हरियाणा सरकार दावा करती है कि प्रदेश के लाखों लोगों का आयुष्मान योजना के तहत मुफ्त इलाज करवाया जा रहा है लेकिन दूसरी ओर आईएमए के फैसले के बाद प्रदेश के निजी अस्पतालों ने आयुष्मान योजना के तहत सरकार की ओर से उनकी बकाया राशि का भुगतान न करने से लाखों लाभार्थी निश्शुल्क इलाज की सुविधा से वंचित हो गए है।
उन्होंने सरकारी दावों की पोल खोलते हुए कहा कि सरकार आयुष्मान योजना के प्रचार पर करोड़ो रुपये खर्च करती है व अपनी वाहवाही लूटने की कोशिश करती है लेकिन इस योजना के तहत निश्शुल्क इलाज करने वाले निजी अस्पतालों पर आर्थिक बोझ पड़ गया है। उन्होंने आईएमए द्वारा इलाज बंद करने के फैसले को हरियाणा सरकार की लापरवाही व नाकामी बताते हुए कहा कि हरियाणा सरकार ने प्राइवेट अस्पतालों का लगभग 300 से 400 करोड़ रुपया बकाया देना है लेकिन भुगतान क्लियर न होने कारण आईएमए को इलाज बंद करने का फैसला लेना पड़ा जिससे लाखों परिवार प्रभावित होंगे।
उन्होंने कहा कि गंभीर बीमारियों से जुझते हुए लोग ओर अधिक परेशान हो गए हैं, उन्हें कोई इलाज के लिए विकल्प नहीं दिख रहा। जैन ने कहा कि अम्बाला जिला में असंख्य परिवार आयुष्मान योजना के तहत रजिस्टर्ड है जिसमें लगभग 70 प्रतिशत मरीज प्राइवेट व संस्थागत अस्पतालों में अपना इलाज करवाते है। लेकिन योजना से जुड़े उन परिवारों के सामने इलाज का संकट खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा कि अगर आम इंसान को आयुष्मान कार्ड से निजी अस्पतालों में इलाज की सुविधा ही बंद कर दी जाएगी तो इस कार्ड का कोई महत्व नहीं रह जाएगा। यह सिर्फ आम जनता को बेवकूफ बनाने का एक साधन मात्र बनकर रह जाएगा। जैन ने कहा कि सरकार को तुरंत प्रभाव से प्राइवेट अस्पतालों का बकाया भुगतान देना चाहिए ताकि आमजन को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।