जीत सिंह सैनी/निस
गुहला चीका, 1 जुलाई
चीका में हांसी बुटाना नहर के साइफन से निकाली गई लाखों रुपए की मिट्टी को बेचने पर किसानों ने जिस अधिकारी पर शामिल होने के आरोप लगाए थे, प्रशासन ने उसी अधिकारी को जांच कमेटी में शामिल कर लिया, जिससे किसान भड़के उठे। किसानों ने प्रशासन के इस कदम का विरोध किया और तुरंत कमेटी को बदलने की मांग रखी। पूरा मामला विधायक ईश्वर सिंह के संज्ञान में लाया गया तो विधायक ने तुरंत डीसी से बात कर जांच कमेटी को बदलने को कहा। विधायक के दखल के बाद डीसी ने जांच कमेटी से उक्त अधिकारी को हटाते हुए नई कमेटी का गठन कर दिया। किसान नेता लखविंद्र सिंह किंद्र, जरनैल सिंह जैली, केवल सिंह सदरेहड़ी, गुरजंट टटियाना ने बताया कि हांसी बुटाना नहर के साइफन से मिट्टी निकालने का सरकार ने टेंडर छोड़ा था। किसानों ने बताया कि इस मिट्टी को बरसात के मौसम में होने वाले कटाव को भरने के लिए जमा किया जाना था। किसानों का आरोप है विभाग के अधिकारी ठेकेदार के साथ मिलीभगत का लाखों रुपए की मिट्टी को खुले में बेच रहे है। पिछले दिनों किसानों द्वारा यह पूरा मामला एसडीएम गुहला कृष्ण कुमार के संज्ञान में भी लाया गया था। एसडीएम ने साइफन का दौरा का पूरी स्थिति का जायजा लिया था । किसी भी सूरत में मिट्टी को बेचने पर तुरंत रोक के आदेश देते हुए मिट्टी बेचने के आरोपों की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया था। जिस अधिकारी पर मिट्टी बेचने में शामिल होने के आरोप लगे थे जांच कमेटी में उस अधिकारी का नाम शामिल किए जाने से किसान नाराज थे। एसडीएम कृष्ण कुमार ने कहा कि मिट्टी बेचने के आरोपों की जांच के लिए बीडीपीओ चीका, एसडीओ पंचायती राज व एसडीओ पीडब्ल्यूडी विभाग को कमेटी में शामिल किया है। ये अधिकारी मामले की निष्पक्ष जांच कर रिपोर्ट करेंगे।