सोनीपत, 1 जुलाई (हप्र)
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के आह्वान पर जिले के उन सभी निजी अस्पतालों ने आयुष्मान भारत व चिरायु योजना के तहत मरीजों का इलाज बंद करने का निर्णय लिया है, जो इस योजना के तहत पैनल पर हैं।
हालांकि, जिन मरीजों का पहले से इलाज चल रहा है, उसे बंद नहीं किया जाएगा। निजी अस्पतालों के चिकित्सकों ने सरकार को 5 दिन का अल्टीमेटम दिया है। इस दौरान यदि बकाया पेमेंट नहीं की गई तो निजी अस्पातल कोई कड़ा निर्णय लेंगे।
जिले में हैं आयुष्मान भारत के 6 लाख से ज्यादा कार्डधारक
बता दें कि जिले में 6 लाख से ज्यादा आयुष्मान-चिरायु कार्ड धारक हैं। इसमें से 2 लाख से ज्यादा कार्ड धारक सुविधा का लाभ उठा चुके हैं। जिले में आयुष्मान योजना के पैनल में 25 से ज्यादा प्राइवेट अस्पताल आते हैं। अस्पतालों के 10 करोड़ रुपए से ज्यादा की रकम सरकार पर बकाया बताई जा रही है। हालांकि, स्वास्थ्य मंत्री ने आश्वासन दिया है कि 15 जुलाई तक अस्पतालों की बकाया पेमेंट अदा कर दी जाएगी।
आयुष्मान योजना में इन बीमारियों का होता है इलाज
आयुष्मान योजना के तहत अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में कोरोना, कैंसर, गुर्दा रोग, हार्ट अटैक, डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया, घुटना व कूल्हा ट्रांसप्लांटेशन, बांझपन, मोतियाबिंद समेत अन्य चिह्नित गंभीर बीमारियों का फ्री इलाज किया जाता है।
सिविल सर्जन, डॉ. जयकिशोर, ने कहा कि आईएमए के पदाधिकारियों से बैठक हुई थी। स्वास्थ्य मंत्री ने
15 जुलाई तक पूरी पेमेंट का भुगतान करवाने का आश्वासन दिया है। आईएमए के निर्णय के चलते फिलहाल आयुष्मान के तहत आने वाले मरीजों के इलाज के लिए चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई गई है।