रोहतक, 1 जुलाई (निस)
सांपला बाइपास स्थित दादी सती के प्राचीन मंदिर में देर रात असामाजिक तत्वों ने तोड़फोड़ की और मंहत की झोपड़ी में आग लगा दी। साथ ही आरोपियों ने मंदिर में भी तोड़फोड़ कर वहां पर मौजूद लोगों को जान से मारने की भी धमकी दी।
ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस की मौजूदगी में आरोपियों ने आगजनी की घटना को अंजाम दिया है, जबकि पुलिस का कहना है कि सरपंच की तरफ से मंदिर के पास अवैध कब्जे को लेकर 112 पर सूचना मिली थी और पुलिस मौके पर पहुंची और वहां पर कुछ लोग मौजूद थे, जिन्हें समझाकर भेज दिया था। आगजनी व तोडफोड़ की घटना रात करीब दो बजे हुई है। पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है। इस मामले को लेकर ग्रामीण सांपला थाना भी पहुंचे और आरोपियों की गिरफ्तार करने की मांग की।
पुलिस के मुताबिक इस बारे में सरपंच की तरफ से दो लोगों के नाम शिकायत मिली थी। ग्रामीणों का आरोप है कि देर रात सरपंच प्रतिनिधि अपने बीस समर्थकों के साथ मंदिर पहुंचा और तोड़फोड़ कर दी।
युवाओं ने मंदिर के पास बनी महंत की झोपड़ी में आग लगा दी और महंत ने भी किसी तरह जान बचाई। इस दौरान ग्रामीणों ने विरोध किया तो युवाओं ने उनके साथ मारपीट की और पुलिस कार्रवाई की धमकी दी, वहां से भगा दिया। ग्रामीणों का कहना है कि झोपड़ी में रखा कई लाख रुपये का सामान जलकर राख हो गया।
सोमवार सुबह घटना के विरोध में काफी संख्या में गांव गढ़ी के ग्रामीण सांपला थाना पहुंचे और इस बारे में शिकायत दर्ज करवाई।
इस बारे में सरपंच प्रतिनिधि का कहना है कि अवैध कब्जा करने की शिकायत पर वहां पर गए थे, उन्होंने किसी प्रकार की तोड़फोड़ नहीं की है।
इस बारे में जांच अधिकारी प्रदीप कुमार ने देर रात पुलिस अवैध कब्जे की शिकायत पर मौके पर गई थी, बाद में किसने आग लगाई है, यह पता लगाया जा रहा है। सांपला थाना प्रभारी बिजेंद्र सिंह को कहना है कि दोनों तरफ से शिकायत मिली है और यह पता लगाया जा रहा है कि घटना का जिम्मेदार कौन है।