समराला, 1 जुलाई (निस)
केंद्र में नवगठित भाजपा सरकार द्वारा 1 जुलाई से लागू किए गए नए कानूनों के खिलाफ आज कुछ संगठनों ने यहां एसडीएम कार्यालय के सामने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया और विरोध स्वरूप कानूनों की प्रतियां जलाईं। बाद में एसडीएम समराला के माध्यम से राष्ट्रपति को एक मांगपत्र दिया गया, जिसमें मांग की गई कि ऐसे कानून देश के हित में नहीं हैं, इसलिए इन कानूनों को रद्द किया जाना चाहिए। मांगपत्र में कहा गया है कि ये कानून औपनिवेशिक कानूनों में कुछ अन्य धाराएं जोड़कर स्वतंत्रता संग्राम की उपलब्धियों को नकारने के उद्देश्य से लाये गये हैं। ये देश के नागरिकों के मौलिक और लोकतांत्रिक अधिकारों के साथ-साथ संविधान का भी उल्लंघन करते हैं। यह न्याय के नाम पर लोगों पर पुलिस राज थोपने का कदम है। उन्होंने कहा कि इन कानूनों के लागू होने से हालात बदतर हो जाएंगे। देश के नागरिक सरकारी उत्पीड़न के शिकार होंगे और नागरिकों की स्वतंत्रता और लोकतांत्रिक अधिकार समाप्त हो जायेंगे।
बठिंडा (निस) : बठिंडा में विभिन्न संगठनों की ओर से सोमवार को नये आपराधिक कानूनों के खिलाफ रोष मार्च निकाला गया। जम्हूरियत अधिकार सभा के नेतृत्व में आज से लागू आपराधिक कानून को तुरंत वापस लेने की मांग को लेकर जिला अधिकारियों को मांगपत्र दिया गया। इस मौके पर डीसी कार्यालय के गेट के सामने लगभग 200 कार्यकर्ताओं ने नए आपराधिक कानूनों की प्रतियां जलाईं।