अरविंद शर्मा/निस
जगाधरी, 1 जुलाई
प्रदेश सरकार ने गवर्नमेंट स्कूलों में मिड-डे-मील की रेसिपी में बदलाव किया है। ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद स्कूल के बच्चों को नया स्वाद चखने को मिलेगा। जो सेहत से भरपूर होगा। पुरानी रेसिपी को हटा दिया गया है। अब विद्यार्थियों को मिड-डे-मील में परांठा, दही के साथ मिलेगा।
जानकारी के अनुसार, मोटे अनाज के आटे से तैयार परांठा, दही के साथ परोसा जाएगा। नये मैन्यू के तहत दिनों के हिसाब से स्कूलों में व्यंजन तैयार किया जाएगा।
मिड डे मील की रेसिपी में बदलाव को लेकर मौलिक शिक्षा निदेशालय ने पत्र जारी किया है। जल्द ही विद्यार्थियों को नयी रेसिपी के अनुसार खाद्य व्यंजनों का स्वाद चखने को मिलेगा। बताया गया है कि शिक्षा विभाग ने गर्मियों में मध्याह्न भोजन में दही परांठा के साथ सफेद चना, मीठी मूंगफली के साथ दलिया भी जोड़ा गया है। नई रेसिपी में प्रोटीन का भी खास ख्याल रखा गया है।
इसमें प्राथमिक व मिडिल कक्षाओं के भोजन का अलग-अलग शेड्यूल बनाया गया है।
जिले में 928 सरकारी विद्यालयों में बच्चों को मिड- डे-मील दिया जा रहा है। इनमें 62 हजार बच्चे भोजन ग्रहण करते हैं। प्राथमिक कक्षा के लिए अलग-अलग दिन सब्जी पुलाव और काला चना, घीया, चना दाल और रोटी, राजमा चावल, कढ़ी पकौड़ा – चावल, गुड़ रोटी के साथ दही, परांठा दही ,पौष्टिक सोया खिचड़ी,मीठा दलिया, चावल, सफेद चना, पौष्टिक चना, दाल खिचड़ी दी जाएगी।
इसी प्रकार सप्ताह में एक दिन पौष्टिक मिस्सी परांठा दिया जाएगा। दाल चावल, रोटी व मूंग, मसूर दाल, मिस्सी रोटी, मौसमी सब्जी के साथ परोसी जाएगी।
मीठे मूंगफली चावल, पौष्टिक नमकीन दलिया, गेहूं रागी का पूड़ा दिया जाएगा। इसी तरह मिडिल कक्षाओं के मैन्यू में भी हर दिन अलग व्यंजन होगा।
खंड शिक्षा अधिकारियों को दी है जानकारी
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी (डीईईओ) धर्मेंद्र चौधरी का कहना है कि मौलिक शिक्षा निदेशालय से नई रेसिपी जारी हुई है। इसे लेकर सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को बता दिया गया है। अब सरकारी स्कूलों में मिड-डे -मील इसी रेसिपी के तहत बच्चों को दिया जाएगा।