लखनऊ, 3 जुलाई (एजेंसी)
हाथरस में सत्संग के बाद नारायण साकार विश्व हरि ‘भोले बाबा’ के सुरक्षाकर्मियों द्वारा अनुयायियों को धक्के मारने से फैली अफरा तफरी तथा फिसलन भरी ढलान के कारण मंगलवार को भगदड़ मची। भगदड़ में 121 लोगों की मौत हुई।
रिपोर्ट में कहा गया, ‘सत्संग पंडाल में दो लाख से अधिक लोगों की भीड़ मौजूद थी। श्री नारायण साकार हरि (भोले बाबा) दोपहर 1.40 बजे पंडाल से निकलकर एटा की ओर जाने लगे। उनके अनुयायी दर्शन के लिए उनकी ओर दौड़ने लगे और उनके पैरों के पास से मिट्टी एकत्र करने लगे। उनके पैर छूने लगे।’ रिपोर्ट में कहा गया है कि स्थिति तब और खराब हो गई, जब आगे सड़क के डिवाइडर पर इंतजार कर रहे लोग उनके वाहन की ओर दौड़ने लगे। तभी बाबा के निजी सुरक्षाकर्मियों (ब्लैक कमांडो) और सेवादारों ने भीड़ को रोकने के लिए खुद ही भीड़ को धक्के मारना शुरू कर दिया जिससे कुछ लोग गिर गए। इससे अफरा तफरी मच गई। भीड़ सड़क के दूसरी ओर खुले मैदान की ओर भागी, जहां गीली ढलान के कारण अधिकतर लोग फिसलकर गिर गए। पीछे से आ रहे लोगों ने उन्हें कुचल दिया।
होगी न्यायिक जांच : योगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस में एक सत्संग में हुई भगदड़ की न्यायिक जांच कराने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री ने बुधवार को हाथरस में संवाददाताओं से कहा, ‘यह हादसा था या कोई साजिश और अगर साजिश थी तो इसमें किसका हाथ है… इन सभी पहलुओं को जानने के लिए हम न्यायिक जांच भी कराएंगे जो हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में की जाएगी।’