चंडीगढ़, 3 जुलाई (ट्रिन्यू)
हरियाणा के प्राइवेट अस्पतालों ने अपनी हड़ताल वापस ले ली है। बृहस्पतिवार से निजी अस्पतालों में आयुष्मान–भारत योजना के लाभार्थियों का उपचार शुरू हो जाएगा। चंडीगढ़ में स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल की अध्यक्षता में हुई आईएमए (इंडियन मेडिकल एसोसिएशन) प्रतिनिधिमंडल की बैठक में अधिकांश मांगों पर सहमति बन गई। इसके बाद आईएमए ने हड़ताल वापस लेने का ऐलान कर दिया।
सुधीर राजपाल के साथ वार्ता सिरे चढ़ने के बाद डॉक्टरों के प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात स्वास्थ्य मंत्री डॉ़ कमल गुप्ता से भी करवाई गई। अस्पतालों में मरीजों के उपचार के बाद बिलों का भुगतान समय पर नहीं होने की वजह से निजी अस्पताल संचालकों में रोष था। इसी को लेकर वे पहली जुलाई से हड़ताल पर थे। अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल ने आईएमए एसोसिएशन को 15 जुलाई तक अधिकांश लंबित क्लेम का भुगतान करने का भरोसा दिलाया है। अस्पतालों का 130 करोड़ रुपये के करीब का बकाया है।
बैठक के बाद आईएमए प्रदेशाध्यक्ष डॉ़ अजय महाजन ने हड़ताल वापस लेने की घोषणा करते हुए कहा कि अब निजी अस्पतालों में आष्युमान भारत योजना के लाभार्थियों का उपचार शुरू हो जाएगा।
अब सरकारी डॉक्टरों ने पकड़ी आंदोलन की राह
निजी अस्पतालों की हड़ताल से तो सरकार निपट गई लेकिन अब सरकारी डॉक्टरों ने फिर से आंदोलन की राह पकड़ ली है। हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन के प्रधान डॉ़ राजेश ख्यालिया ने आरोप लगाया कि सरकार के साथ बार-बार बैठकों और सहमति के बाद भी डॉक्टरों की मांगों को पूरा नहीं किया गया है। उन्होंने 15 जुलाई को सरकारी अस्पतालों व स्वास्थ्य केंद्रों में दो घंटे ओपीडी बंद रखने का ऐलान किया है। इससे पहले 8 जुलाई को डॉक्टर स्वास्थ्य विभाग कार्यालय के सामने रोष प्रदर्शन करेंगे। 25 जुलाई को डॉक्टर हड़ताल शुरू करेंगे।