ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 6 जुलाई
पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा का कहना है कि भाजपा सरकार का मतलब फ्लॉप योजनाओं का अंबार है। 10 साल में इस सरकार की एक भी योजना कामयाब और जनहितैषी साबित नहीं हुई। सीएम विंडो, हरपथ एप, क्षतिपूर्ति पोर्टल, मेरी फसल-मेरा ब्यौरा, प्रॉपर्टी आईडी, परिवार पहचान-पत्र, ई-टेंडरिंग और आयुष्मान समेत हरेक योजना इतनी बुरी तरह विफल साबित हुई हैं। यह बात अब खुद सरकार भी स्वीकार कर रही है।
उन्होंने कहा कि भाजपा की फ्लॉप योजनाओं में ही भावांतर भरपाई योजना भी शुमार है। इस योजना ने सब्जी उत्पादक किसानों के साथ-साथ बाजरा और सूरजमुखी उत्पादकों के साथ भी बड़ा धोखा किया है। शनिवार को चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत में पूर्व सीएम ने कहा कि पिछली बार की तरह इस बार भी आलू की फसल 3 रुपये प्रति किलो के रेट पर गई, जबकि भावांतर का रेट 6.90 रुपये है। सरकार ने भावांतर का लाभ नहीं दिया।
उन्होंने कहा कि एमएसपी देने में पूरी तरह नाकाम भाजपा किसानों को भावांतर योजना के नाम पर लुभा रही है और बाद में उनकी सुध तक नहीं लेती। शनिवार को दादूपुर नलवी नहर संघर्ष समिति और कौशल निगम कर्मियों के प्रतिनिधिमंडलों ने भी पूर्व सीएम से मुलाकात कर अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा। हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस सरकार बनने पर दादूपुर-नलवी नहर को फिर से शुरू किया जाएगा ताकि भूमिगत जलस्तर में सुधार होे। किसानों को हाईकोर्ट द्वारा घोषित मुआवजा जल्द से जल्द दिया जाएगा। मुलाकात के दौरान किसानों ने बताया कि खेतों में हाई वोल्टेज वाले बिजली के बड़े टावर लगाए जा रहे हैं। किसान उनके नीचे न तो कोई निर्माण कर सकते हैं, ना पेड़ या बाग लगा सकते हैं। विधानसभा चुनावों को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस पूरी तरह तैयार है। टिकट बंटवारा सर्वे के आधार पर होगा और मजबूत व जिताऊ उम्मीदवारों को ही टिकट मिलेगी।
‘हरियाणा बना सबसे असुरक्षित प्रदेश’
हुड्डा ने एक बार फिर प्रदेश में बढ़ते अपराध पर सरकार को आईना दिखाया। उन्होंने कहा कि हरियाणा देश का सबसे असुरक्षित प्रदेश बन गया है। करनाल में हुई एएसआई संजीव की हत्या बताती है कि आज प्रदेश में लोगों की सुरक्षा करने वाले खुद भी सुरक्षित नहीं है। व्यापारियों से लगातार फिरौती मांगी जा रही है। इसलिए हिसार समेत पूरे हरियाणा में व्यापारी वर्ग आंदोलनरत है। कांग्रेस पूरी मजबूती के साथ व्यापारियों के साथ खड़ी है। कांग्रेस ने पिछले कार्यकाल के दौरान बदमाशों को हरियाणा छोड़ने पर मजबूर कर दिया गया था और प्रदेश के 10 साल शांतिपूर्ण तरीके से गुजरे थे।