चंडीगढ़/संगरूर 9 जुलाई (हप्र/निस)
खनौरी बाॅर्डर पर इस वर्ष 21 फरवरी को किसान संघर्ष के दौरान गोली लगने से मारे गए युवा शुभकरण सिंह के परिवार को मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज एक करोड़ रुपए का चेक सौंपा और शुभकरण की बहन को सरकारी नौकरी का नियुक्ति पत्र दिया। इस संबंध में मुख्यमंत्री भगवंत मान ने चंडीगढ़ में किसान नेताओं के साथ बैठक की। इसके बाद किसानों ने 12 जुलाई को बठिंडा में दिया जाने वाला धरना रद्द कर दिया है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने ट्वीट किया, ‘किसान आंदोलन के दौरान खनौरी बॉर्डर पर गोली लगने से युवा किसान शुभकरण सिंह शहीद हो गए। उन्होंने शहीद किसान के परिवार से मुलाकात की। वादे के मुताबिक परिवार को 1 करोड़ रुपए का चेक और एक सदस्य को नौकरी दी गई। किसानों की अपनी सरकार हर दुख-सुख में किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है और खड़ी रहेगी।
बता दें कि फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी वाले कानून की मांग को लेकर 21 फरवरी को पंजाब-हरियाणा सीमा पर विरोध प्रदर्शन के दौरान शुभकरण सिंह की मौत हो गई थी। आरोप है कि शुभकरण की मौत हरियाणा पुलिस की गोली से हुई थी। इस मामले में पंचकूला निवासी वकील उदय प्रताप सिंह ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर कर जांच की मांग की थी। इस मामले में 7 मार्च को हाईकोर्ट ने शुभकरण सिंह की मौत की जांच के लिए पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट की पूर्व जज जयश्री ठाकुर की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया था।
समिति को जांच करनी थी कि क्या शुभकरण की मृत्यु हरियाणा या पंजाब के अधिकार क्षेत्र में हुई, मृत्यु का कारण क्या था और किस हथियार का इस्तेमाल किया गया था। इसके साथ ही समिति को यह भी तय करना है कि आंदोलनकारियों पर बल प्रयोग किया गया या नहीं। 22 साल का शुभकरण सिंह पंजाब के बठिंडा जिले के बल्हो गांव का रहने वाला था। वह 13 फरवरी से खनौरी बॉर्डर पर किसानों के धरने में मौजूद था और अपने परिवार का एकमात्र कमाने वाला था।