फरीदाबाद, 9 जुलाई (हप्र)
सेक्टर-65 क्राइम ब्रांच कार्यालय में सोमवार सुबह गिरफ्तार अमित की संदिग्ध परिस्थिति में मौत मामला तूल पकड़ता जा रहा है। पोस्टमार्टम के 24 घंटे बाद भी मंगलवार शाम तक परिजनों ने अमित का शव नहीं लिया। साथ ही गांव जाजरू में पंचायत आयोजित कर ग्रामीणों ने पुलिस कर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की। उधर, बीके अस्पताल, गाजीपुर और गांव जाजरू में पुलिस सतर्क रही। गौरतलब है कि रविवार रात अमित की क्राइम ब्रांच सेक्टर-65 के हवालात में संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। पुलिस मौत को आत्महत्या बता रही है। पुलिस प्रवक्ता का कहना है कि अमित कंबल को काटकर उसके टुकड़े को हवालात के जंगले से बांधा और उससे फंदा लगा लिया। सोमवार सुबह उसे फंदे पर लटका देखकर अफरातफरी मच गई। उसे तुरंत बीके अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस प्रवक्ता के अनुसार अमित पांच जुलाई को शाम के समय एनआईटी दो स्थित एक मॉल के बेसमेंट में एक युवक पर चाकुओं से हमला करके चोट पहुंचाने और हत्या के प्रयास मामले का आरोपी था। उसके खिलाफ थाना कोतवाली में छह जुलाई को मुकदमा दर्ज किया गया था। सात जुलाई को जुलाई को मृतक अमित अपने भाई सुमित के साथ एनआईटी दो पुलिस चौकी में अपनी एमएलआर के संबंध में आया था। अमित हत्या के प्रयास मामले का आरोपी था इसलिए उसे हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी गई। साथ ही सुरक्षा के मद्देनजर उसे गिरफ्तार कर पूछताछ के लिए भाई सुमित के साथ क्राइम ब्रांच सेक्टर.65 में भेज दिया गया था। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि रविवार रात मृतक अमित के साथ हवालात में तीन अन्य आरोपी भी बंद थे। हवालात पर ड्यूटी लगी हुई थी। सुबह समय करीब छह बजे पुलिस कर्मी ने देखा कि आरोपी अमित ने कंबल का टुकड़ा काटकर हवालात के रोशनदान में बांधकर उससे फंदा लगा लिया था।