फरीदाबाद, 9 जुलाई (हप्र)
एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने तीन लाख रुपये की रिश्वत लेते दलाल सुरेंद्र सिंह सहित आयकर अधिकारी को उसके कार्यालय से गिरफ्तार किया है। आरोपी जीएसटी की आईटीआर में गड़बड़ी का डर दिखा कर उद्यमी से सात लाख रुपये की रिश्वत मांग कर रहे थे।
पलवल निवासी उद्यमी तरुण अरोड़ा ने बताया कि एनआईटी-4 नंबर स्थित आयकर कार्यालय में तैनात आयकर अधिकारी आकाश कुमार मीणा कई दिनों से उन्हें जीएसटी की आईटीआर में गड़बड़ी की धमकी देकर पैसों की मांग रहा था। इसमें उसके साथ सुरेंद्र नामक दलाल भी शामिल है, जो पैसों का लेनदेन संभालता था। पिछले दिनों दलाल सुरेंद्र ने उन्हें फोन कर बताया कि कंपनी के जीएसटी की इनकम टैक्स रिर्टन समय से नहीं भरी जा रही है। उस पर करीब 70 लाख रुपये बकाया है। साथ ही कहा कि एक फाइल उनके पास जांच के लिए पहुंची है, जिसमें गड़बड़ी प्रतीत हो रही है।
इस दौरान वकील को साथ में न लाने को कहा। अगले दिन वह आयकर कार्यालय पहुंचे। वहां सुरेन्द्र नामक व्यक्ति मिला। उसने आयकर अधिकारी आकाश कुमार मीणा से मिलवाया। आकाश ने कहा कि फाइल ऑफलाइन है, ऐसे में सात लाख रुपये देकर मामला सेटल किया जा सकता है। सात लाख नहीं देने पर उसे पूरे 70 लाख रुपये देने के लिए धमकाया। वह इस पर राजी हो गए और एडवांस में तीन लाख रुपये देने की बात तय हुई। वहीं दूसरी तरफ उद्यमी ने इसकी सूचना एसीबी टीम को दे दी। सूचना के आधार पर रेड के लिए टीम गठित की गई। जिसमें जांच अधिकारी इंस्पेक्टर भगत सिंह, एचएसवीपी के कार्यकारी अभियंता अश्विनी गौड शामिल रहे। सुरेंद्र ने उद्यमी तरुण को कार्यालय के बाहर पैसे लेकर आने के लिए कहा। तरुण ने जैसे ही पैसे दलाल सुरेंद्र को दिए। सुरेंद्र ने तुंरत इसकी जानकारी आयकर अधिकारी आकाश कुमार मीणा को दे दी और कहा कि पैसे मिल गए हैं। एसीबी की टीम ने सुरेंद्र को पैसे लेते गिरफ्तार कर लिया।