जसमेर मलिक/हप्र
जींद, 10 जुलाई
जींद-सोनीपत ग्रीनफील्ड नेशनल हाईवे के निर्माण की धीमी पड़ी रफ्तार ने अब तेजी पकड़ी है। जिस गति से अब निर्माण हो रहा है, उसे देखते हुए अगले दो महीने में इस हाईवे का निर्माण पूरा हो जाएगा। इससे कार से सोनीपत जाने में महज 50 मिनट लगेंगे। ग्रीनफील्ड नेशनल हाईवे के निर्माण की गति कभी भी तेजी नहीं पकड़ पाई। बार-बार इसके निर्माण की डेडलाइन बढ़ानी पड़ी है। पहले जींद के चाबरी गांव के लोगों ने ग्रीनफील्ड नेशनल हाईवे पर एंट्री की मांग को लेकर आंदोलन किया और निर्माण कार्य बंद करवाने के लिए निर्माण कंपनी के हॉट मिक्स प्लांट पर ताला जड़ दिया था। हाईवे के निर्माण की गति धीमी होने के कारण नवंबर 2023 की डेडलाइन तक निर्माण पूरा नहीं हो पाया। बाद में इसकी डेड लाइन मार्च 2024 तक बढ़ाई गई। यह डेडलाइन बीते भी 4 महीने से ज्यादा हो चुके हैं, लेकिन निर्माण अभी तक पूरा नहीं हुआ है। निर्माण पूरा होने के बाद जींद से अपनी कार में सोनीपत पहुंचने में महज 50 मिनट ही लगेंगे। इन दोनों जिला मुख्यालयों के बीच की दूरी महज 80 किलोमीटर है और इस दूरी को तय करने में लगभग दो घंटे लग जाते हैं। गोहाना शहर को ही पार करने में आधा घंटा जाम के कारण लग जाता है।
ग्रीनफील्ड नेशनल हाईवे का निर्माण पूरा हो जाने के बाद जींद से सोनीपत, दिल्ली या पानीपत की तरफ जाने वाले वाहनों को गोहाना शहर में एंट्री की जरूरत ही नहीं रहेगी। वाहन गोहाना शहर के बाहर से ही निकल जाएंगे।
इसके अलावा ग्रीनफील्ड नेशनल हाईवे जींद से गोहाना तक किसी भी गांव के नजदीक से नहीं गुजरेगा। इस कारण वाहन इस हाईवे पर सरपट दौड़ सकेंगे। गोहाना से सोनीपत तक भी हाईवे को गांवों से दूर कर बाईपास बना दिए गए हैं।
गोहाना के पास रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण पूरा होना बाकी
जींद-सोनीपत ग्रीनफील्ड नेशनल हाईवे के निर्माण में अब मुख्य काम गोहाना के पास रोहतक-पानीपत रेलवे लाइन पर रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण बाकी है। इस रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण जोरों पर है। निर्माण में लगी कंपनी की मानें तो अगले दो महीने में रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण पूरा हो जाएगा। इसके अलावा हाईवे निर्माण का लगभग सारा काम पूरा हो चुका है।
डॉ. मनोज कुमार ने डीसी रहते बढ़वाई निर्माण की गति
जींद-सोनीपत ग्रीन फील्ड नेशनल हाईवे के निर्माण की धीमी गति को डॉ. मनोज कुमार ने अपने प्रयासों से तेज करवाया। डॉ. मनोज कुमार पहले जींद के डीसी थे। उन्होंने जींद में अपनी तैनाती के दौरान कई बार एनएचएआई अधिकारियों के पेंच कसे और जींद जिले में इस हाईवे के निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिए मजबूर किया। बाद में उन्हें पिछले साल सोनीपत में डीसी के पद पर तैनात किया तो उन्होंने सोनीपत जिले की सीमा में इस हाईवे के निर्माण की धीमी गति को गंभीरता से लेते हुए इसमें तेजी लाने का कड़े निर्देश एनएचएआई अधिकारियों को दिए।
ईसापुर खेड़ी के पास दिल्ली- कटरा एक्सप्रेस हाईवे से होगा कनेक्ट
जींद-सोनीपत ग्रीन फील्ड नेशनल हाईवे सोनीपत जिले के ईसापुर खेड़ी गांव के पास दिल्ली-कटरा एक्सप्रेस हाईवे से कनेक्ट होगा। इस नेशनल हाईवे का निर्माण पूरा हो जाने के बाद जींद से दिल्ली जाने का यह सबसे छोटा रास्ता होगा। फिलहाल जींद से दिल्ली जाने के लिए जींद से गोहाना, सोनीपत तथा वाया रोहतक और बहादुरगढ़ दो रास्ते हैं। जींद से वाया सोनीपत होकर दिल्ली जाने में लगभग 2 घंटे तो सोनीपत तक लग जाते हैं। आगे दिल्ली पहुंचने का समय और लगता है। इसी तरह बहादुरगढ़ तक जाने में भी 2 घंटे का समय लग जाता है, जबकि इस नए नेशनल हाईवे से जींद से दिल्ली जाने में महज 2 घंटे भी नहीं लगेंगे।
4 साल पहले शुरू हुआ था निर्माण
लगभग 4 साल पहले जींद-सोनीपत ग्रीन फील्ड नेशनल हाईवे नंबर 352- ए का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। यह नेशनल हाईवे सोनीपत जिले के मुरथल से गुजर रहे नेशनल हाईवे नंबर 44 ( पुराना नेशनल हाईवे नंबर वन) से शुरू होकर सोनीपत और गोहाना से होते हुए जींद तक आता है। लगभग 80 किलोमीटर लंबे इस नेशनल हाईवे के निर्माण पर एनएचएआई लगभग 799 करोड़ रुपए की राशि खर्च कर रहा है। नेशनल हाईवे नंबर 352-ए का निर्माण कार्य पूरा हो जाने के बाद जींद से सोनीपत पहुंचने में महज 50 मिनट लगेंगे।