जम्मू, 11 जुलाई (एजेंसी)
जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में सेना के गश्ती दल पर घात लगाकर हमला करने के जिम्मेदार आतंकवादियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान को तेज कर दिया गया है। इस बीच, जम्मू-कश्मीर और पंजाब के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के वरिष्ठ अधिकारियों ने कठुआ में अहम बैठक की और अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। बैठक में जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक आरआर स्वैन, एडीजीपी (कानून एवं व्यवस्था) विजय कुमार, पंजाब के डीजीपी गौरव यादव, एडीजीपी (कानून एवं व्यवस्था) अर्पित शुक्ला और बीएसएफ के विशेष महानिदेशक, पश्चिमी कमान वाईबी खुरानिया आदि मौजूद रहे।
गौर हो कि आतंकवादियों द्वारा सोमवार को किए गए हमले में सेना के पांच जवान शहीद हो गए थे। कुछ जवान घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि घटना के बाद से करीब 60 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है जिनमें वे तीन संदिग्ध भी शामिल हैं जिन्होंने आतंकवादियों को रसद की आपूर्ति की थी और आश्रय दिया था। इनमें वह महिला भी शामिल है जिसने खाना पकाकर एक व्यक्ति को दिया था। उसके द्वारा पकाया गया खाना 10 से 15 लोगों के लिए पर्याप्त था। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा एजेंसियों को संदेह है कि उक्त खाना आतंकवादियों के लिए था।
अधिकारियों ने बताया कि यह पहाड़ी इलाके की घेराबंदी के लिए किया जा रहा है ताकि आतंकवादी बचकर भाग न सकें। उन्होंने कहा कि जमीन पर अभियान को अंजाम दे रहे जवानों की मदद ड्रोन कर रहे हैं। इसके अलावा सेना के विशेष बलों और खोजी कुत्तों को भी तैनात किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि यह इलाका घने जंगलों से घिरा है। जवानों को बारिश और धुंध जैसी विपरीत मौसमी घटनाओं का भी सामना करना पड़ रहा है। अमरनाथ यात्रा से जुड़े स्थानों सहित संवेदनशील स्थानों पर संभावित आईईडी हमले से बचने के लिए सुरक्षा उपाय बढ़ा दिए गए हैं।