इकबाल सिंह शांत/निस
डबवाली (लंबी), 11 जुलाई
शंभू बॉर्डर खोलने के बारे में उच्च न्यायालय के आदेशों का असर डबवाली सीमा पर लगे किसान मोर्चे पर दिखाई दिया। दिल्ली कूच के लिए मंडी किलियांवाली में प्रादेशिक सीमा पर तंबू गाड़कर बैठे भाकियू सिधुपुर के किसान भी बुधवार को हरकत में आ गये। किसानों ने मंडी किलियांवाली में एनएच-9 पर 12 फरवरी से लगे किसान मोर्चे के अंतर्गत खड़े अपनी झोपड़ीनुमा ट्रैक्टर-ट्रालियों के हवा-पानी जांचने शुरू कर दिए हैं। इन किसानों को उम्मीद है कि शंभू बॉर्डर खुलने के साथ ही डबवाली सीमा से भी उन्हें हरियाणा सरकार द्वारा दिल्ली कूच के लिए रास्ता दिया जायेगा और वे दिल्ली जाकर अपने हकों की आवाज़ बुलंद कर सकेंगे। यहां चौधरी देवी लाल स्मारक के सामने एनएच-9 पर तंबू लगे हैं।
उच्च न्यायालय के आदेशों के उपरांत मंडी किलियांवाली के जीएन कॉलेज गुरुद्वारा में भाकियू सिधुपुर के तीन जिलों श्री मुक्तसर साहिब, फाजिल्का व बठिंडा की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए संगठन के प्रदेश महासचिव काका सिंह कोटडा ने उच्च न्यायालय के आदेश का स्वागत करते कहा कि किसान केंद्र सरकार से अपने हक मांग रहे हैं लेकिन हरियाणा सरकार ने बैरिकेड लगा कर उनका रास्ता रोक रखा है। किसान नेता ने कहा कि न्यायालय के निर्णय के मद्देनजर किसान संगठनों की रणनीति के अंतर्गत आगामी संघर्ष के लिए कदम उठाये जायेंगे।