संगरूर, 11 जुलाई (निस)
पंजाब लोक सेवा आयोग (पीपीएससी) के चेयरमैन जतिंदर सिंह औलख ने कहा है कि आयोग पूरी भर्ती प्रक्रिया को निष्पक्ष, ईमानदार और पारदर्शी तरीके से संचालित करने के लिए प्रतिबद्ध है। औलख ने आज पटियाला स्थित कार्यालय में स्पष्ट किया कि 30 जून, 2024 को कृषि विकास अधिकारियों की भर्ती के लिए आयोजित परीक्षा में पेपर लीक के आरोप निराधार और झूठ का पुलिंदा हैं। अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि इस परीक्षा में 6800 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था लेकिन उनमें से लगभग 4100 अभ्यर्थी पेपर देने आये थे। पेपर पूरी तरह से निष्पक्ष, ईमानदार और पारदर्शी तरीके से आयोजित किया गया है और इसके लीक होने का कोई सवाल ही नहीं हो सकता है।
अध्यक्ष ने कहा कि चंडीगढ़ से संबंधित एक शैक्षिक प्रशिक्षक ने बिना किसी सबूत के एक यू-ट्यूब चैनल पर एक वीडियो पोस्ट किया था जिसमें आरोप लगाया गया था कि परीक्षा पेपर पहले ही लीक हो चुका है। उन्होंने कहा कि आयोग ऐसे दावों और आरोपों को सिरे से खारिज करता है और यह भी स्पष्ट करता है पंजाब लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित भर्ती परीक्षाओं में किसी भी सरकारी विभाग का कोई हस्तक्षेप नहीं है, क्योंकि उक्त आरोपों में राज्य के कृषि विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के शामिल होने की बात कही गई है, जो सच नहीं है। औलख ने कहा कि आयोग की आंतरिक तथ्य-जांच में पता चला कि राज्य कृषि विभाग का कोई भी अधिकारी पीपीएससी द्वारा आयोजित परीक्षा प्रक्रिया में शामिल नहीं था। उन्होंने कहा कि आयोग द्वारा की गई जांच से यह स्पष्ट है कि वीडियोग्राफिक और लिखित रिकॉर्ड सहित व्यापक सत्यापन यह पुष्टि करता है कि परीक्षा प्रक्रिया निष्पक्ष और सुरक्षित थी।