रेवाड़ी, 11 जुलाई (हप्र)
मानदेय में मामूली बढ़ोतरी के विरोध में ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने बृहस्पतिवार को सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और जिला प्रशासन के माध्यम से सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा। साथ ही चेतावनी दी कि अगर उनका मानदेय नहीं बढ़ाया गया तो वे 1 व 2 अगस्त को मंत्रियों के आवास का घेराव करेंगें और 11 अगस्त को सीएम आवास पर पदर्शन करेंगे। सफाई कर्मियों को संबोधित करते हुए सीटू यूनियन के राज्य सचिव राजकुमार ने कहा कि सरकार सफाई कर्मियों के साथ दुश्मनों जैसा व्यवहार कर रही है। 17 साल से कच्ची नौकरी की मार झेल रहे सफाई कर्मियों को इस विधानसभा चुनाव से पहले पक्के होने की उम्मीद थी लेकिन सरकार ने सफाई कर्मियों को पक्का करने की बजाय केवल 1000 रुपये की मामूली सी बढ़ोतरी कर जले पर नमक छिड़कने का काम किया है। वहीं सरकार ने सफाई कर्मचारी पोर्टल बनाने की घोषणा करते हुए अपनी मंशा साफ कर दी है कि ये सफाई कर्मचारी आगे भी पक्के नहीं होंगे।
यूनियन नेताओं ने कहा कि 29 नवंबर को विकास एवं पंचायत विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव के साथ शहरी कच्चे सफाई कर्मियों के बराबर वेतन देने, वेतन में सालाना 3 प्रतिशत की बढ़ोतरी करने तथा रिटायर होने पर 2 लाख रुपये एक मुश्त सहायता देने पर बनी सहमति को लागू न करके सरकार ने वादाखिलाफी की है। सरकार के इस रूख से साफ हो चुका है कि भाजपा और उसके नेता घोर दलित विरोधी और सफाई कर्मचारी विरोधी है। ऑनलाइन हाजरी थोंपकर सफाई कर्मियों को गुलामी के दलदल में धकेलने की साजिश रची जा रही है।
राजकुमार ने कहा कि अब हरियाणा के 11 हजार ग्रामीण सफाई कर्मचारी चुप नहीं बैठेंगे और इस शोषण के खिलाफ प्रदेश भर में आंदोलन का बिगुल बजाएंगे। उन्होंने कहा कि 17 जुलाई तक काली पट्टी और बैज लगाते हुए ब्लॉक स्तर पर सरकार की शवयात्रा निकालेंगे। पुतला दहन करके विरोध सप्ताह मनाया जाएगा।
21 जुलाई को कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा के फरीदाबाद आवास पर प्रदर्शन किया जाएगा। 22 से 30 जुलाई तक ब्लॉक स्तर पर आमसभा और जनसम्पर्क अभियान चलाते हुए 1 और 2 अगस्त को मंत्रियों के आवास पर 24 घंटे पड़ाव डाला जाएगा। 11 अगस्त को सीएम सिटी करनाल में राज्य स्तरीय जोनल प्रदर्शन करते हुए सीएम आवास का घेराव करेंगे। इस मौके पर यूनियन के बलवंत सिंह, रामकुमार, रामचंद्र, गजानन्द, धन्नाराम, दयालचंद, जयपाल आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।