सोनीपत, 11 जुलाई (हप्र)
लोकसभा चुनावों के बाद सरकार द्वारा सरपंचों के अधिकारों में भले ही कुछ बढ़ोतरी कर उनकी नाराजगी को दूर करने का प्रयास किया गया हो, लेकिन सोनीपत बीडीपीओ कार्यालय में कर्मचारियों की कमी सरपंचों के लिए अब भी परेशानी का सबब बनी हुई है। आलम यह है कि सोनीपत ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले 45 गांवों की पंचायतों के विकास कार्यों के लिए सिर्फ एक जेई नियुक्त है। यही नहीं बीडीपीओ की कुर्सी भी लंबे समय से खाली पड़ी है। ऐसे में बृहस्पतिवार को सोनीपत बीडीपीओ कार्यालय में सोनीपत ब्लॉक के सरपंचों ने बैठक कर सरकार और प्रशासन के खिलाफ रोष प्रकट किया। नाराज सरपंचों ने बताया कि सिर्फ एक ही जेई मौजूद रहने के कारण पंचायतों के विकास कार्यों के एस्टीमेट अधर में लटके हुए हैं। जिसके कारण गांवों में समय पर विकास कार्य नहीं हो पा रहे हैं। ऐसे में ग्रामीणों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। पहले लोकसभा चुनावों के कारण लगी आचार संहिता के चलते विकास कार्य बाधित रहे थे, वहीं अब अगर समय पर एस्टीमेट पास नहीं हुए तो फिर विधानसभा चुनावों की आचार संहिता लग सकती है। सरपंचों ने आरोप लगाया कि बार-बार उनके ग्राम सचिवों के तबादले किए जा रहे हैं, जिसके कारण भी गांव के विकास कार्यों प्रभावित हो रहे हैं। इस दौरान सरपंचों ने सरकार और प्रशासन से मांग की कि जल्द जेई की संख्या बढ़ाई जाए और बीडीपीओ की भी तैनाती की जाए। इस दौरान सरपंच राकेश, सरपंच शमशेर, सरपंच हिमाचल, पवन, प्रवीन, सुमेर दहिया समेत सरपंच व सरपंच प्रतिनिधि मौजूद थे।