रामकुमार तुसीर
सफीदों, 11 जुलाई
सफीदों में हरियाणा स्टेट वेयर हाउसिंग कार्पोरेशन के रत्ताखेड़ा-1 गोदाम में करीब चार करोड़ के गेहूं के घोटाले में जांच रत्ती भी आगे नहीं बढ़ पायी है। सड़े गेहूं को जमीन में दफन करने की वीडियो व उसकी फोटो तथा जिला कार्यालय से प्रदेश कार्यालय तक व भारतीय खाद्य निगम की जांच कमेटियों की रिपोर्ट बची हैं, जिनके साथ खिलवाड़ करते हुए इस घोटाले को अंजाम देने वालों को कथित रूप से खुला संरक्षण शीर्ष पर बैठे लोग देते बताए गए हैं। अप्रैल 2021 में सफीदों की अनाज मंडी से केंद्रीय पूल के लिए खरीद कर हरियाणा स्टेट वेयरहाउसिंग कार्पोरेशन द्वारा इस गोदाम में भंडार किए गए गेहूं का चार्ज इस गोदाम में बतौर प्रबंधक तैनात होने को 2 अप्रैल को आए जगदीश चंद्र ने जब गेहूं की हालत देखी तो लेने से मना कर दिया। इस संबंध में ‘दैनिक ट्रिब्यून’ में समाचार प्रकाशित होने के बाद जांच के लिए कई कमेटियां गठित कर दी गई। हालांकि संलिप्तों को संरक्षण मिलने के आरोपों के बाद 31 जनवरी 2023 को फिर यह मामला सुर्खियों में आया।
गोदाम के खराब गेहूं, दफ्तर के रिकॉर्ड आदि की जांच को लेकर पांच कमेटी बनी। जांच कमेटियों ने 22235 क्विंटल गेहूं को बिल्कुल खराब पाया। कार्पोरेशन मुख्यालय के अधिकारी राजेश कुमार के अनुसार इस मामले में वेयरहाउसिंग कार्पोरेशन को करीब 4 करोड़ का नुकसान हुआ जिसकी भरपाई के लिए छह कर्मचारियों- अधिकारियों को चार्जशीट किया जा चुका है। इस गोदाम से 1800 क्विंटल गेहूं चोरी कर लिए जाने की शिकायत में 19 माह बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। जांचकर्ता पुलिस उपनिरीक्षक दीपक ग्रोवर ने बताया कि अभी तीन माह पहले ही इसकी फाइल उन्हें मिली है। इस मामले की किसी शिकायत पर प्रदेश के खुफिया विभाग ने जांच शुरू की है। खुफिया टीम ने आज मौके पर जाकर आवश्यक दस्तावेज जुटाए।