कैथल, 12 जुलाई (हप्र)
युवा भाकियू हरियाणा प्रदेशाध्यक्ष (चढूनी) अधिवक्ता विक्रम कसाना ने कहा कि कैथल में कृषि विभाग में हुए लाखों रुपए रिश्वत के मामले में सरकार मामले की तह तक जाकर मामले में शामिल सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को बेनकाब कर कड़ी कार्रवाई करें, नहीं तो भाकियू सरकार के खिलाफ प्रदेशस्तरीय आंदोलन छेड़ देगी। उन्होंने कहा कि सरकार ने रिश्वत मामले में विभाग के डीडीए को सस्पैंड तो कर दिया, लेकिन मामले में बचे अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होनी चाहिये, ताकि भविष्य में कोई भी अन्नदाताओं के हितों से खिलवाड़ न करें। ढांड में किसानों की बैठक को संबोधित करते हुए विक्रम कसाना ने कहा कि लाखों रुपए के रिश्वत मामले को किसी भी सूरत में ठंडे बस्ते में नहीं डालने दिया जाऐगा, क्योंकि विभाग की रिश्वत नीति का खमियाजा धरतीपुत्र किसानों को भी महंगे दामों पर घटिया स्तर की कीटनाशक दवाएं लेने के रूप में भुगतना पड़ा है। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग के जिला कार्यालय में जिस तरह एक कच्चे कर्मचारी द्वारा डीडीए कैथल की ऑडियो व लिस्ट व्हाटसएप ग्रुपों में जारी कर लाखों रूपए की रिश्वत लेने के मामले में खोली गई पोल से हाहाकार मचा हुआ है। सरकार व प्रशासन को चाहिए कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जल्द उचित कार्रवाई अमल में लाए। कसाना ने कहा कि लाखों की रिश्वत के आरोप आडियो के माध्यम से सरेआम लगाए जा रहे हैं, वह काफी गंभीर विषय है और जिन दवाई विक्रेताओं के नाम लिस्ट में दर्शाए गए हैं उनके खिलाफ भी प्रशासन को सख्त कदम उठाने चाहिए। इस मामले में कच्चे कर्मचारी के साथ-साथ जिस अधिकारी पर आरोप लगे है उसके खिलाफ भी तुरंत मामला दर्ज किया जाना चाहिए। इस मामले मे विशेष जांच दल गठित कर उसे जांच सौंपी जाए।