जींद, 12 जुलाई (हप्र)
70 किलोमीटर लंबे जींद-सफीदों-पानीपत स्टेट हाईवे की चौड़ाई बढ़ाने की लगभग 180 करोड़ रुपए की सड़क परियोजना की प्रक्रिया शुरू करने के लिए लोक निर्माण विभाग को वन विभाग से 6500 पेड़ काटने की एनओसी नहीं मिल रही। इस एनओसी के लिए वन विभाग को 39 एकड़ जमीन चाहिए और इतनी जमीन का इंतजाम जींद प्रशासन अभी तक नहीं कर पाया है। जब तक वन विभाग से लोक निर्माण विभाग को पेड़ कटवाने की एनओसी नहीं मिलती, तब तक सड़क परियोजना पर काम शुरू नहीं हो पाएगा। जींद जिले की इस बड़ी सड़क परियोजना पर काम शुरू करने के लिए जींद जिले की सीमा में जो 6500 हरे-भरे पेड़ कटेंगे, उनकी जगह नए पौधे लगाने की खातिर जो जमीन फरीदाबाद जिले में वन विभाग को अप्रैल महीने में दी गई थी, उसे वन विभाग पौधरोपण के लिए अनफिट बता चुका है।
इसके बाद लोक निर्माण विभाग ने जिला प्रशासन से नए सिरे से जींद जिले में ही 39 एकड़ जमीन पौधरोपण के लिए मुहैया करवाने का अनुरोध किया है। यह जमीन पंचायती या दूसरी सरकारी कोई भी जमीन और कितने भी गांवों में हो सकती है। वन विभाग को कुल 39 एकड़ जमीन जींद-सफीदों स्टेट हाईवे के किनारे खड़े 6500 पेड़ों की कटाई के बदले पौधरोपण के लिए चाहिए।
अभी तक जिला प्रशासन वन विभाग को 39 एकड़ जमीन नहीं दे पाया है। जींद कुल निर्माण विभाग को पिछले एक साल से इस सड़क पर खड़े लगभग 6500 से ज्यादा हरे- भरे पेड़ों को काटने के बदले वन विभाग की एनओसी का इंतजार है।
जींद-सफीदों-पानीपत स्टेट हाईवे की चौड़ाई बढ़ाने का मामला
लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता राजकुमार नैन का कहना है कि वन विभाग ने इस स्टेट हाईवे की चौड़ाई बढ़ाने के लिए 6500 हरे-भरे पेड़ काटने के बदले पौधरोपण के लिए 39 एकड़ जमीन की डिमांड की हुई है। अभी तक यह जमीन नहीं मिल पाई है। इसके कारण वन विभाग से पेड़ काटने की एनओसी नहीं मिल रही। एनओसी नहीं मिली तो परियोजना के लिए और इंतजार करना पड़ेगा।