दिनेश भारद्वाज, ट्रिब्यून न्यूज सर्विस, चंडीगढ़, 13 जुलाई
हिसार के हांसी को प्रदेश का नया जिला बनाया जा सकता है। हांसी जिला बनने की लगभग सभी शर्तों को पूरा कर रहा है। सोनीपत के गोहाना और सिरसा के डबवाली को भी जिला बनाए जाने की संभावनाएं हैं।
करनाल के असंध और गुरुग्राम के मानेसर को भी जिला बनाने की मांग उठ रही है लेकिन इन दोनों ही जगहों से कोई प्रपोजल अभी तक नहीं पहुंचा है। कैबिनेट सब-कमेटी की बैठक में नये जिलों, उपमंडल, तहसील व सब-तहसील के गठन को लेकर मंथन चल रहा है।
पिछले दिनों ही सरकार ने कृषि मंत्री कंवर पाल गुर्जर की अध्यक्षता में कैबिनेट सब-कमेटी का गठन किया था। सब-कमेटी में विकास एवं पंचायत तथा सहकारिता राज्य मंत्री महिपाल ढांडा और शहरी स्थानीय निकाय मंत्री सुभाष सुधा सदस्य हैं।
अभी तक कमेटी की दो बैठकें हो चुकी हैं। अगले सप्ताह तीसरी बैठक भी हो सकती है। इस बैठक में फाइनल तौर पर चर्चा की जाएगी। इस बैठक में सहमति बनने के बाद कमेटी सीएम को अपनी रिपोर्ट सौंप सकती है।
सूत्रों का कहना है कि हांसी को जिला बनाए जाने को लेकर कैबिनेट सब-कमेटी मोटे तौर पर सहमत है। हांसी को वर्तमान में सरकार ने पुलिस जिला बनाया हुआ है। हांसी को अगर जिला बनाया जाता है तो इसमें हांसी के अलावा भिवानी का बवानीखेड़ा और हिसार का नारनौंद हलका भी शामिल किया जाएगा।
ये दोनों ही हलके हांसी को नया जिला बनाए जाने की सूरत में साथ आने को राजी हैं। पंजाब से सटे डबवाली के अलावा गोहाना को जिला बनाने की संभावनाएं भी कमेटी तलाश रही है।
मनोहर सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान उस समय कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ की अध्यक्षता में कैबिनेट सब-कमेटी बनाई हुई हुई थी। इस कमेटी की सिफारिश पर ही सरकार ने चरखी दादरी को राज्य का 22वां जिला बनाया था।
धनखड़ कमेटी ने गोहाना और हांसी को भी जिला बनाने की सिफारिश की थी लेकिन उस समय सरकार ने इसे स्वीकार नहीं किया। हालांकि पिछले दस वर्षों के कार्यकाल के दौरान उचाना, जुलाना, नारनौंद, बादली सहित दर्जनभर से अधिक नये सब-डिवीजन बनाए जा चुके हैं।
असंध-मानेसर का प्रपोजल नहीं
करनाल के असंध से विधायक शमशेर सिंह गोगी विधानसभा में कई बार असंध को जिला बनाने की मांग की जा चुकी है। पटौदी से भाजपा विधायक सत्यप्रकाश जरावता द्वारा भी गुरुग्राम में न्यू गुरुग्राम या फिर मानेसर को नया जिला बनाने की मांग गई बार विधानसभा में उठाई जा चुकी है। अहम बात यह है कि इन दोनों ही जगहों से जिले को लेकर प्रशासन की ओर से सब-कमेटी को अभी तक कोई प्रपोजल नहीं भेजा है।
डिमांड के साथ शर्तों की बाध्यता
सरकार ने नये जिलों की मांग तो कई शहरों से की जा रही है लेकिन जिला बनाने के लिए कई तरह की शर्तें तय हैं। इसमें आबादी के अलावा गांवों की संख्या, पटवार सर्कल, उप-तहसील, तहसील व सब-डिवीजन आदि के मापदंड तय हैं। पिछले दिनों सीएम नायब सिंह सैनी के गोहाना दौरे के दौरान भी जिला बनाने की मांग उठी थी। इस पर सीएम ने लोगों को भरोसा दिलाया था – अगर गोहाना नियमों को पूरा करता होगा तो उसे जिला बनाया जाएगा।