वाशिंगटन, 13 जुलाई (एजेंसी)
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने तिब्बत के लिए अमेरिकी समर्थन बढ़ाने, इसके शांतिपूर्ण समाधान के लिए एक विधेयक पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके बाद यह एक कानून बन गया है।
चीन ने ‘रिजॉल्व तिब्बत एक्ट’ का विरोध करते हुए इसे अस्थिरता पैदा करने वाला कानून बताया था।
बाइडेन ने एक बयान में कहा, ‘मैं तिब्बतियों के मानवाधिकारों को बढ़ावा देने और उनकी विशिष्ट भाषाई, सांस्कृतिक व धार्मिक विरासत को संरक्षित करने के प्रयासों का समर्थन करने के लिए संसद के दोनों सदनों की प्रतिबद्धता को साझा करता हूं।’ चौदहवें दलाई लामा ने 1959 में तिब्बत से भागकर हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में निर्वासित सरकार स्थापित की। चीन, भारत में रह रहे 89 वर्षीय तिब्बती आध्यात्मिक नेता को एक ‘अलगाववादी’ मानता है।