सिरसा, 14 जुलाई (हप्र)
आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुशील गुप्ता ने रविवार को पार्टी के पदाधिकारियों के साथ मीटिंग की और जनसंवाद कार्यक्रम, विधानसभा चुनाव और इसकी रणनीति के बारे में विस्तार से चर्चा की। इस मौके पर कई लोगों ने आम आदमी पार्टी ज्वाइन की।
इस अवसर पर सुशील गुप्ता ने प्रदेश में नशे के बढ़ते प्रभाव के बारे में चिंता जाहिर की और आरोप लगाया कि प्रदेश के 22 जिलों में से 16 नशे की चपेट में हैं, जिसमें सिरसा पहले नंबर पर है। नशे के कारण मौत के मामले थम नहीं रहे हैं। भाजपा सरकार न तो नशे की चेन तोड़ पा रही है, न ही सरकार ने युवाओं का नशा छुड़वाने के लिए और उनकी नौकरी के लिए कोई ठोस इंतजाम किया है। प्रदेश में एनसीबी और नशा मुक्ति केंद्र में सभी पद खाली पड़े हैं। जहां पर किसी का सही से इलाज नहीं होता। इसकी वजह से आज पूरे हरियाणा में हेरोइन, चर्स, सुल्फा, गांजा और अफीम खुलेआम बिक रहा है। युवकों के साथ साथ नशे करने वाली महिलाओं की तादात भी बढ़ने लगी है। 2021 में नशा करने वाले लगभग 95,863 लोग अस्पताल की ओपीडी में पहुंचे थे, जिसमें से 28,283 महिलाएं थी। 2022-23 और 2024 में इनकी संख्या में लगातार 100 प्रतशित की बढ़ोतरी हुई है। एनसीआरबी के मुताबिक 2014 से अब तक ओवरडोज की वजह से 500 से ज्यादा मौत हो चुकी हैं। जबकि मरने वालों में 18 से 30 साल के बीच की उम्र के लोग हैं। उन्होंने कहा कि सिरसा में एक मेडिकल कॉलेज बनना था। उस मेडिकल कॉलेज की नींव राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने 22 नवंबर 2022 को रखी थी, लेकिन हुआ कुछ नहीं। अभी तक वहां पर अस्पताल के नाम की एक ईंट भी नहीं रखी गई।