कुमार मुकेश/हप्र
हिसार, 14 जुलाई
हरियाणा के सिख समाज के नेताओं ने समाज को एकजुट कर हकों की आवाज बुलंद करने की मुहिम अब तेज कर दी है। विगत सप्ताह करनाल में हुई प्रदेश स्तरीय बैठक के बाद रविवार को हिसार, फतेहाबाद व सिरसा में मौजिज सिखों व सिख संस्थाओं के प्रतिनिधियों की बैठकें बुलाकर जिला स्तरीय बैठकों का दौर शुरू किया गया है। सिख समुदाय ने प्रदेश में 15 से 20 विधानसभा सीटों पर दावेदारी जतायी व अन्य मांगों को लेकर शीघ्र ही 51 सदस्यीय कमेटी गठित कर सरकार व अन्य राजनीतिक पार्टियों से बातचीत की रणनीति बनायी।
हिसार के गुरुद्वारा सिंह सभा, नागोरी गेट में आयोजित बैठक में इंटरनेशनल सिख फोरम के महासचिव प्रीतपाल सिंह पन्नु, किसान यूनियन के प्रधान जगदीप सिंह औलख, किसान नेता अमृत सिंह बुग्गा, बलवंत सिंह, युवा सिख नेता अमनदीप सिंह बब्बर ने हिसार के सिख प्रतिनिधियों को संबोधित किया व सभी को धड़ेबंदी व पार्टी बाजी से ऊपर उठकर न्यूनतम साझा कार्यक्रम के तहत समुदाय के मुद्दों पर एकजुट होने की अपील की।
बैठक में वक्ताओं ने कहा कि प्रदेश में 18 लाख से अधिक की गिनती में मौजूद सिख समुदाय को कभी उनका बनता हुआ हक नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में 15-20 विधानसभा सीटों में सिख बड़ी गिनती में हैं, इसलिए आने वाले विधानसभा चुनावों में यहां से सिख उम्मीदवार उतारे जाए। अगर कोई सीट रिजर्व हो तो ऐसी सीट पर रिजर्व सिख जैसे मजहबी, रविदासिया, शिक्लीघर आदि को टिकट दी जाए। अगली लोकसभा में सिख समुदाय के दो प्रतिनिधियों को टिकट मिले व राज्यसभा में भी हरियाणा के सिख समाज को प्रतिनिधित्व दिया जाए।
उन्होंने बताया कि पानीपत, करनाल, अम्बाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, फतेहाबाद, सिरसा, डबवाली, कालांवाली की तरफ सिख समुदाय के काफी लोग हैं। यहां विधानसभा टिकटों के लिए दावेदारी जतायी जाएगी।
सितंबर में होगा प्रदेश स्तरीय सम्मेलन
हिसार में शामिल सिख प्रतिनिधियों को शिरोमणि गतका फेडरेशन ऑफ इंडिया के प्रधान गुरतेज सिंह खालसा, कैथल के गांव पोल्ड के सरपंच, इंटरनेशनल सिख फोरम के जिला प्रधान पंजाब सिंह ने बताया कि सितंबर के पहले सप्ताह में एक प्रदेश स्तरीय सिख सम्मेलन करेगी जिसमें काफी तादाद में प्रदेश के सिख इकट्ठा होकर अपने हकों की मांग करेंगे।