जींद, 14 जुलाई (हप्र)
जींद के आसन गांव में दो गुटों में रंजिशन हुए झगड़े में चोटें लगने के बाद शनिवार देर शाम को बलबीर की मौत हो गयी। रविवार को परिजन लघु सचिवालय पहुंचे। परिजनों ने यहां पर शव को रखकर धरना शुरू कर दिया और हत्यारोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों को उचित कार्रवाई का आश्वासन भी दिया, लेकिन परिजन नहीं माने। रविवार शाम 6 बजे के बाद परिजनों ने पुलिस को हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के लिए 12 घंटे का अल्टीमेटम देकर शव उठा लिया। पुलिस ने बलबीर की हत्या के आरोप में 14 लाेगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
पुलिस को दी शिकायत में आसन गांव निवासी लीलाराम ने बताया कि एक वर्ष पहले उनका झगड़ा पड़ोसी रामकुश परिवार के साथ हुआ था। इसके बाद समझौता हो गया था। रंजिश में ही शुक्रवार को रामकुश व उसके परिवार के सदस्यों विक्की, सूरजभान, मनोज कुमार, रामचंद्र, वीरभान, भीरा, बंसी, रामदास, बबली, पूजा, जाेगेंद्र, मीरा ने लाठी डंडों के साथ उन पर हमला कर दिया। उन पर हमला होते देख वह चिल्लाए तो उसकी भाभी संतरो, भाई जयनारायण, अमित, नफे सिंह, शकुंतला उन्हें छुड़ाने के लिए आए। हमलावर पीछे हट गए और छत पर चढ़कर उन पर ईंटें, पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। इसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गए। लीलाराम ने बताया कि छत से फेंक कर मारी गई ईंट लगने से बलबीर को ज्यादा चोट लगी और उसे पीजीआई रोहतक रेफर किया गया। शनिवार को वहां उपचार के दौरान बलबीर की मौत हो गई।
पुलिस ने लीलाराम की शिकायत पर विक्की, सूरजभान, मनोज कुमार, रामचंद्र, वीरभान, भीरा, बंसी, रामदास, बबली, पूजा, बबली, जोगिंद्र, मीरा व रामकुश के खिलाफ मामला दर्ज किया है।