भिवानी, 15 जुलाई (हप्र)
भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुई भिवानी जिला परिषद की अध्यक्ष अनीता मलिक व सरकार के बीच ठन गई है। मलिक ने जिला परिषद के सीईओ सहित अन्य अधिकारियों पर भाजपा सरकार के इशारों पर चलते हुए कार्यों के प्रति नकारात्मक रवैया अपनाने, मनमानी करने का अरोप लगाया है। अधिकारियों व कर्मचारियों ने आज की जिला परिषद की बैठक से भी दूरी बनाए रखी। गौरतलब है कि जिला परिषद की सोमवार को बैठक प्रस्तावित थी। अनीता मलिक सहित 22 में से 17 पार्षद बैठक में पहुंचे लेकिन बैठक में जिला परिषद के कार्यकारी अधिकारी व अन्य कर्मचारी नहीं पहुंचे जिससे पार्षद भड़क उठे।
जिला परिषद अध्यक्ष ने बैठक की कार्रवाई का रजिस्टर मांगा लेकिन कर्मचारी ने यह उपलब्ध करवाने में असमर्थता व्यक्त की। इस पर काफी हंगामा हुआ तथा अध्यक्ष व पार्षदों ने शोर शराबा भी किया। अनीता मलिक ने कहा कि सांसद व विधायक के इशारे पर जिला परिषद कि अधिकारी बैठक में नहीं आए हैं। ये लोग जिला परिषद के विकास कार्य रूकवाना चाहते हैं। क्योंकि बैठक के लिए सूचना जारी की गई थी। बैठक में विकास कार्यों के बारे में प्रस्ताव पारित किए जाने थे लेकिन जानबूझकर सरकारी अमला बैठक में नहीं पहुंंचा। यह सब उन द्वारा भाजपा छोड़ने व कांग्रेस में शामिल होने के बाद से जारी है। बैठक के तुरंत बाद जिला परिषद अध्यक्षा अनीता मलिक ने पंचायत विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को पत्र लिखकर पूरे मामले से अवगत करवाते हुए अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।