बठिंडा, 15 जुलाई (निस)
बठिंडा में कर्मचारी राज सिंह के खिलाफ विजिलेंस द्वारा केस दर्ज करने के विरोध में सिविल अस्पताल के सभी कर्मचारियों ने हड़ताल शुरू कर दी। हड़ताल के कारण अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वैसे तो कई डॉक्टर अपनी ओपीडी पर्ची पर मरीजों को दवा दे रहे हैं। लेकिन ओपीडी की पर्ची और सरकारी दवा नहीं मिलने से मरीज परेशान हो रहे हैं। प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में तृतीय और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी विभाग की रीढ़ की हड्डी माने जाते हैं। लेकिन नौकरशाही विभाग की रीढ़ तोड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। राज सिंह अपने अधिकारियों के आदेश का पालन करने के लिए पातड़ां गए थे, जहां उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने विजिलेंस के हवाले कर दिया। सिविल सर्जन बठिंडा और जिला परिवार कल्याण अधिकारी बठिंडा द्वारा उच्च अधिकारियों को भेजी गई रिपोर्ट में यह महत्वपूर्ण तथ्य छुपाया जा रहा है कि वह अपनी सरकारी ड्यूटी करने गए थे। अगर उन्हें रिहा नहीं किया गया तो पूरे जिले की स्वास्थ्य संस्थाओं का काम बंद किया जाएगा वहीं प्रदेश भर में संघर्ष तेज कर दिया जाएगा।
कर्मचारी संगठन सरकार से यह भी मांग करते हैं कि इन सभी घटनाओं के दोषी अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए ताकि न्यायप्रिय लोगों को न्याय मिल सके। हड़ताल के कारण मरीजों को भारी दिक्कतों भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था क्योंकि सप्ताह का पहला दिन है और बड़ी संख्या में मरीज दवा लेने के लिए अस्पताल पहुंचे थे।