झज्जर, 15 जुलाई (हप्र)
हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन के आह्वान पर आज प्रदेशभर के सरकारी डॉक्टर 2 घंटे की पेन डाउन स्ट्राइक पर रहे। झज्जर नागरिक अस्पताल के डॉक्टर भी धरने पर बैठ गए। सुबह 9 बजे से 11 बजे तक दो घंटे डॉक्टर ओपीडी में नहीं गए, जिससे यहां इलाज के लिए आये मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। डॉक्टरों ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर 25 जुलाई तक उनकी मांगों को नहीं माना गया तो वे 26 जुलाई से सभी प्रकार की स्वास्थ्य सेवाएं बंद कर देंगे। अस्पताल में ओपीडी, इमरजेंसी सेवाएं व पोस्टमार्टम समेत सभी आपातकाल सेवाएं बंद रहेंगी। डा. पवन यादव ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग में विशेषज्ञों के लिए अलग से कैडर बनाने की मांग की जा रही है। इसको सीएम की घोषणा में शामिल किया गया था। ढाई साल बीत जाने के बाद भी कुछ नहीं हुआ। एसोसिएशन ने पूर्व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को भी लिखित में मांगपत्र दिया था, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई, जिसकी वजह से चिकित्सकों की मांगें लंबित हैं। उन्होंने बताया कि सर्विस में चिकित्सकों को जिस वक्त पीजी करने जाना होता है, तो एक-एक करोड़ रुपये के दो बांड भरने पड़ते हैं। एसोसिएशन की मांग है कि पुरानी पॉलिसी को लागू किया जाए। पहले यह राशि 50 लाख थी, लेकिन सरकार की ओर से कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। मांगें नहीं माने जाने पर 26 जुलाई से सभी सेवाएं बंद होगी।
दरअसल आज पेन डाउन करने वाले चिकित्सक डॉक्टरों के लिए एक विशेषज्ञ कैडर का गठन करने, गतिशील सुनिश्चित कॅरियर प्रगति (एसीपी) योजना लागू करने, एसएमओ की सीधी भर्ती पर तुरंत रोक लगाये जाने की मांग कर रहे हैं। इसके साथ ही पीजी के लिए बॉन्ड राशि एक करोड़ से 50 लाख किए जाने, ग्रामीण क्षेत्रों को दूरस्थ घोषित कर पीजी कोटा बहाल करने, स्पेशलिस्ट के लिए अतिरिक्त इंसेटिव, डॉक्टर की 10 साल में प्रमोशन, जल्द पीजी पॉलिसी बनाये जाने की मांग कर रहे हैं।