सोनीपत, 15 जुलाई (हप्र)
दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (डीसीआरयूएसटी), मुरथल में कर्मचारियों व विश्वविद्यालय प्रशासन के बीच जारी गतिरोध घटने की बजाय बढ़ता जा रहा है। कर्मचारियों ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर मांगें मानने की बजाय अड़ियल रवैया अपनाने का आरोप लगाया है, तो वहीं, धरनारत शोधार्थियों ने भी मांगों को लेकर आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया है।
उधर, कर्मचारियों ने आरोप लगाया है कि विश्वविद्यालय प्रशासन धरनारत कर्मचारियों को डराने के लिए विभागाध्यक्षों से रिपोर्ट मांग रहा है। उनका यह कदम दर्शाता है कि विश्वविद्यालय प्रशासन कर्मचारियों की आवाज को दबाना चाहता है, लेकिन कर्मचारी पीछे नहीं हटेंगे, मांगें पूरी होने तक वे धरना जारी रखेंगे।
विश्वविद्यालय के कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष आनंद राणा ने कहा कि ऐसा लगाता है कि विश्वविद्यालय प्रशासन को यूनिवर्सिटी के ताने-बाने का कतई ज्ञान नहीं है, जिस कारण हड़बड़ाहट में निर्णय लिए जा रहे हैं। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि शोधार्थियों की मांगों के विश्लेषण के लिए ऐसे प्रोफेसरों की कमेटी गठित की गई है, जिन पर शोधार्थी पहले से ही परेशान करने का आरोप लगा चुके हैं।
कर्मचारी नेता राणा ने कहा कि कच्चे कर्मचारियों को विश्वविद्यालय के फरमानों से डरने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है। अगर उन पर कोई भी आंच आती है तो विश्वविद्यालय का प्रत्येक पक्का कर्मचारी उनके साथ खड़ा नजर आएगा। विश्वविद्यालय में कर्मचारियों का समर्थन करने के लिए सर्व कर्मचारी संघ, हरियाणा के राज्य के उपप्रधान विजेंद्र चहल, जिला सोनीपत के प्रधान देसराज नैन व महासचिव सुनील दत्त भी अपनी टीम के साथ धरने पर पहुंचे। उन्होंने कर्मचारियों को विश्वास दिलाया कि अगर विश्वविद्यालय प्रशासन एक-दो दिन में सभी धरनारत कर्मचारियों और शोधार्थियों की मांगों को पूरा नहीं करता है, तो सर्व कर्मचारी संघ भी विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल देगा।
इस मौके पर सुरेश कुमार, प्रवेश त्यागी, जयप्रकाश, विनोद, राज सिंह, रंजीत, सोनू सैनी, नरेंद्र, संदीप, राजेश, सुरेंद्र, प्रवीन, राजकुमार, सतीश, ओमप्रकाश, सरोज, अनीता, मधुबाला, किरण, प्रीति आदि मौजूद रहे।