केप केनवरल, 16 जुलाई (एजेंसी)
वैज्ञानिकों ने चंद्रमा पर एक गुफा का पता लगाया है जो उस स्थान से ज्यादा दूर नहीं है जहां 55 वर्ष पहले नील आर्मस्ट्रांग और बज एल्िड्रन उतरे थे। वैज्ञानिकों का मानना है कि वहां ऐसी सैकड़ों गुफाएं हो सकती हैं जिनका इस्तेमाल भविष्य में अंतरिक्ष यात्रियों के आश्रयस्थल के रूप में किया जा सकता है।
इटली के वैज्ञानिकों के नेतृत्व वाली एक टीम ने बताया कि चंद्रमा पर अच्छी खासी बड़ी गुफा के साक्ष्य मिले हैं। यह अपोलो 11 के उतरने वाली जगह से सिर्फ 250 मील (400 किमी) दूर ‘सी ऑफ ट्रैंक्विलिटी’ में है। यह गुफा लावा ट्यूब (सुरंग की आकृति का ढांचा) के ढहने से बनी है जो कि वहां पाई गई 200 से अधिक अन्य गुफाओं की तरह है। शोधकर्ताओं ने नासा के लूनार रीकानिसन्स ऑर्बिटर द्वारा जुटाए गए रडार आंकड़ों का विश्लेषण किया और नतीजों की तुलना पृथ्वी पर स्थित लावा ट्यूब से की। वैज्ञानिकों के अनुसार गुफाएं चंद्रमा के प्राचीन लावा मैदानी क्षेत्र में हैं।
दक्षिणी ध्रुव पर भी ऐसी संभावना
चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर भी इसी तरह की कुछ गुफाएं हो सकती हैं जहां इस दशक के अंत में नासा के अंतरिक्ष यात्री कदम रखेंगे। ऐसा माना जाता है कि चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर बने गड्ढों में पानी जमी हुई अवस्था में मौजूद है जो पीने के साथ ही रॉकेट ईंधन के रूप में काम आ सकता है।