नारनौंद,16 जुलाई (निस)
सीएचसी सोरखी व सीएचसी खांडा खेड़ी में बहु-उद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी एसोसिएशन ने अपनी मांगों को लेकर रोष प्रदर्शन किया और काले बिल्ले लगाकर कार्य किया। इस रोष प्रदर्शन की अध्यक्षता पूर्व जिला प्रधान अनिल गोयत ने की। कर्मचारियों में उनकी लंबित मांगों को लेकर रोष बना हुआ है। उन्होंने कहा कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो 4 अगस्त को करनाल में मुख्यमंत्री के आवास पर प्रदर्शन कर धरना देंगे।
सोरखी ब्लॉक प्रधान अनिल यादव और ब्लॉक सचिव विपिन बामल ने कहा कि सरकार बहु-उद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी वर्ग की मांगों के प्रति उदासीन रवैया अपनाए हुए है। लोकसभा चुनाव के दौरान आचार संहिता के कारण बहु-उद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारfयों की मांगों पर सरकार द्वारा कार्यवाही को रोक दिया गया था। लोकसभा चुनाव के पश्चात उम्मीद थी कि राज्य सरकार बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारियों की मांगों पर जल्द फैसला लेगी। परंतु काफी समय से राज्य सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है।
राज्य पदाधिकारी मनदीप राठी ने बताया कि बहु-उद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारियों को विभिन्न कैडर्स के हिसाब से पदनाम दिए जाने चाहिए जिस बारे बहु-उद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी एसोसिएशन हरियाणा द्वारा समय समय पर अवगत करवाया जाता रहा है। सरकार बहु-उद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारियों की मांगों को अनदेखा न करे क्योंकि बहु-उद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी स्वास्थ्य विभाग का आधार हैं।
उनकी मुख्य मांगों में पदनाम संशोधित करना, एनएचएम की महिला एमपीएचडब्ल्यू को संवर्ग 42 सौ ग्रेड के मूल वेतनमान व भत्ते का लाभ देना, समाप्त किए गए पदों को भरना, बहाली व रिक्त पदों पर नियमित भर्ती, पदोन्नति व स्थायीकरण सूची जारी करवाना, पदोन्नति वेतनमान जारी करवाना शामिल है।