नारनौंद,16 जुलाई (निस)
बास क्षेत्र के दर्जनों गांवों में पानी की लाइफ लाइन सुंदर ब्रांच व पेटवाड़ डिस्ट्रीब्यूटरी नहर में पानी नहीं आने से परेशान किसानों ने तहसीलदार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। तहसीलदार ने किसानों के सामने ही सिंचाई विभाग के कर्मचारियों से फोन पर बात की तो उन्होंने 27 जुलाई तक पानी आने की बात कही। जवाब से असंतुष्ट किसान नाराज़ हो गए और नारेबाजी करते हुए चंडीगढ़ भिवानी रोड पर जाम लगा दिया। जाम लगने से दोनों तरफ वाहनों की लंबी लाइनें लग गईं।
इसके बाद किसानों ने एक सप्ताह का अल्टीमेटम देते हुए जाम खोल दिया। अगर एक सप्ताह में दोनों नहरों में पानी नहीं आता है तो किसान फिर से सड़क जाम कर देंगे। किसान अमित मोर, कुलदीप, दलजीत सिंह, श्रीभगवान, फतेह सिंह, मोनू, राजेंद्र, बलवान, राजेश, रामदिया, सूरजभान, फूल कुमार, जगबीर, भलेराम, नन्हा, नीरज व नरेंद्र ने बताया कि बास अकबरपुर, बास बादशाहपुर, बास खुर्द, बास आजमशाहपुर, रोशन खेड़ा, सोरखी, सीसर, खरबला, सिंघवा खास, मदनहेड़ी, मोहला व पुट्ठी सहित अन्य गांव में सुंदर ब्रांच नहर का पानी लगता है। वहीं आधा दर्जन गांवों में पेटवाड़ डिस्ट्रीब्यूटरी नहर का पानी लगता है।
बास क्षेत्र में इस बार बारिश भी बहुत कम हुई है। क्षेत्र की हजारों एकड़ फसल नहर में पानी न होने की वजह से सूखने की कगार पर है। जिसके कारण किसानों की दशा अति दयनीय हो रही है। पिछले 10 वर्षों से किसानों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। जिसकी वजह से किसान आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं।
पिछले 6 महीने में हर महीने केवल तीन से चार दिन ही पानी छोड़ा जा रहा है। जिसके कारण इस क्षेत्र में हजारों एकड़ फसल सूखे की मार झेल रही है। इसके कारण यह एरिया बिल्कुल सूखाग्रस्त हो गया है।
करीब आधा घंटा तक सड़क पर जमें रहने के बाद किसानों ने जाम खोल दिया। जाम के दौरान भिवानी चंडीगढ़ रोड पर दोनों तरफ आने-जाने वाले लोगों को काफी परेशानी ढेलनी पड़ी।
बास क्षेत्र के किसानों के द्वारा नहरी पानी न आने की समस्या को लेकर एक ज्ञापन सौंपा गया है। इस सिलसिले में सिंचाई विभाग के अधिकारियों से बातचीत की गई है, अधिकारियों द्वारा पीछे से पानी की कमी का कारण बताया जा रहा है। अब 27 जुलाई तक सुंदर ब्रांच और पेटवाड़ नहरों में पानी आने की संभावना है
-कृष्ण कुमार, तहसीलदार बास।