दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 17 जुलाई
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने करीब 20 दिन पहले पंचकूला में प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में स्पष्ट कर दिया था कि विधानसभा चुनाव भाजपा अपने बूते ही लड़ेगी। इधर, हरियाणा लोकहित पार्टी (हलोपा) ने भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की इच्छा जता दी है। बताते हैं कि हलोपा की ओर से भाजपा को पेशकश दी गई है कि जिन सीटों पर भाजपा खुद को कमजोर मानती है, वे उन्हें दे दी जाए।
हलोपा सुप्रीमो और सिरसा से विधायक गोपाल कांडा ने बुधवार को दिल्ली में केंद्रीय शिक्षा मंत्री व हरियाणा विधानसभा चुनावों के इंचार्ज धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात की। दोनों के बीच एक घंटा के लगभग बातचीत हुई। गोपाल कांडा के छोटे भाई गोविंद कांडा ने 2019 में रानियां हलके से हलोपा टिकट पर चुनाव लड़ा था। वहीं ऐलनाबाद में हुए उपचुनाव के दौरान गोविंद भाजपा में शामिल हो गए और उन्होंने भाजपा टिकट पर उपचुनाव लड़ा। अब गोविंद कांडा फतेहाबाद में भी काफी सक्रिय हो चुके हैं। यहां बता दें कि गोपाल कांडा 2009 में पहली बार सिरसा से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव जीते थे। उन्हें उस समय हुड्डा सरकार में गृह राज्य मंत्री बनाया गया था। दिल्ली की एयर होस्टेस गीतिका शर्मा सुसाइड मामले में उन पर आरोप लगने के चलते उन्हें मंत्री पद छोड़ना पड़ा था। इसके बाद उन्होंने अपनी हलोपा पार्टी का गठन किया। 2014 में वे हलोपा से ही चुनाव लड़े लेकिन जीत नहीं सके। 2019 में उन्होंने सिरसा से जीत हासिल की।
कांडा के पूर्व सीएम व केंद्रीय बिजली मंत्री मनोहर लाल से भी नजदीकी राजनीतिक रिश्ते हैं। हालिया लोकसभा चुनाव में भी कांडा बंधुओं ने सिरसा से भाजपा प्रत्याशी डॉ़ अशोक तंवर के लिए प्रचार किया था। सूत्रों का कहना है कि सीएम नायब सिंह सैनी व पूर्व सीएम मनोहर लाल के साथ भी गोपाल कांडा की बातचीत हो चुकी है। इसी कड़ी में उन्होंने केंद्रीय मंत्री और हरियाणा के चुनाव प्रभारी से मुलाकात की। हालांकि पिछले दिनों पंचकूला में प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में अमित शाह स्पष्ट कर चुके हैं कि पार्टी किसी के साथ गठबंधन नहीं करेगी।
सिरसा के दिग्गजों की केंद्रीय नेताओं से मुलाकात
गोपाल कांडा की पार्टी के साथ गठबंधन की चर्चाओं ने इसलिए भी जोर पकड़ा है क्योंकि सिरसा पार्लियामेंट क्षेत्र से जुड़े भाजपा के तीन वरिष्ठ नेताओं ने भी दिल्ली में डेरा डाला हुआ है। राज्यसभा सांसद व पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला ने गुरुग्राम में पार्टी के राष्ट्रीय सचिव ओमप्रकाश धनखड़ से मुलाकात की। सिरसा की पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल ने धर्मेंद्र प्रधान के अलावा हरियाणा चुनावों के सह-प्रभारी व त्रिपुरा के पूर्व सीएम बिप्लब कुमार देब से मुलाकात के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। सिरसा से लोकसभा चुनाव लड़ने वाले डॉ़ अशोक तंवर ने भी दिल्ली में धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात की।
नयनपाल रावत के ‘बागी’ तेवर
भाजपा सरकार को समर्थन दे रहे पृथला से निर्दलीय विधायक नयनपाल रावत ने भी ‘बागी’ तेवर अपना लिए हैं। सूत्रों का कहना है कि अधिकारियों द्वारा सुनवाई नहीं किए जाने से वे खफा हैं। तीन निर्दलीय विधायक – सोमबीर सिंह सांगवान, धर्मपाल गोंदर और रणधीर सिंह गोलन पहले ही नायब सरकार से समर्थन वापसी का ऐलान कर चुके हैं। महम विधायक बलराज कुंडू शुरू से ही सरकार के खिलाफ चल रहे हैं। बादशाहपुर से विधायक रहे राकेश दौलताबाद का निधन हो चुका है। वहीं बिजली मंत्री चौ़. रणजीत सिंह रानियां हलके से इस्तीफा दे चुके हैं। ऐसे में अगर नयनपाल रावत कोई बड़ा फैसला लेते हैं तो नायब सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
बबली के भी कांग्रेसी होने के आसार
टोहाना से जजपा विधायक तथा पूर्व विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली के भी कांग्रेस में आने की प्रबल संभावना है। लोकसभा चुनावों के दौरान उन्होंने सिरसा से कांग्रेस प्रत्याशी कुमारी सैलजा की खुलकर मदद भी की थी। सैलजा उनके टोहाना स्थित कार्यालय पर भी जा चुकी हैं। माना जा रहा है कि बबली अभी इंतजार कर रहे हैं और वे सितंबर के आसपास कांग्रेस में शामिल होने का फैसला कर सकते हैं।
काला कांग्रेस से मिला सकते ‘हाथ’ जजपा के शाहाबाद से विधायक रामकरण काला की भी कांग्रेस के साथ नजदीकियां बढ़ रही हैं। उनके दोनों बेटे पहले ही कांग्रेस की सदस्यता हासिल कर चुके हैं। पिछले दिनों कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान के चंडीगढ़ प्रवास के दौरान रामकरण काला ने सेक्टर-9 स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में चौ. उदयभान से मुलाकात की। दोनों नेताओं की आधे घंटे से भी अधिक देर तक बंद कमरे में बैठक हुई।