संगरूर, 18 जुलाई (निस)
पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला के निकटवर्ती परिसर और कांस्टिचुएंट कॉलेजों में कार्यरत गेस्ट फैकल्टी ने बैरिकेड तोड़ पंजाब के मुख्यमंत्री के घर का घेराव किया। इससे पहले लेक्चररों और पुलिस के बीच झड़प हुई लेकिन लेक्चरर बैरिकड तोड़ आगे बढ़ गए। विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुए गेस्ट फैकल्टी नेताओं ने कहा कि यूनिवर्सिटी ने सत्र 2024-25 से पंजाबी यूनिवर्सिटी के विभिन्न निकटवर्ती कैंपसों में लंबे समय से काम कर रहे गेस्ट फैकल्टी के लिए पुन: साक्षात्कार पत्र जारी किया है और कांस्टीट्यूएंट कॉलेज में इसे मंजूरी नहीं मिलने से विजिटिंग गेस्ट शिक्षकों में चिंता पैदा हो गई है, जबकि इन गेस्ट फैकल्टी शिक्षकों को विश्वविद्यालय ने 2018 से हर शैक्षणिक सत्र में बिना इंटरव्यू पढ़ाने की अनुमति दी थी।
सिंडिकेट की ओर से इन शिक्षकों को 12 महीने की मंजूरी पहले ही दी जा चुकी है लेकिन मौजूदा यूनिवर्सिटी अथॉरिटी ने इस फैसले को नजरअंदाज कर दिया और गेस्ट फैकल्टी के लिए दोबारा इंटरव्यू का नोटिस जारी कर दिया। फैकल्टी नेताओं ने मांग की कि जल्द से जल्द पत्रांक संख्या 984 को रद्द कर उनके पड़ोस के कैंपस और कांस्टिचुएंट कॉलेजों के गेस्ट फैकल्टी को मंजूरी दी जाये। नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर पंजाब सरकार और पंजाबी यूनिवर्सिटी प्रशासन ने उनकी उपरोक्त मांगें नहीं मानीं तो गेस्ट फैकल्टी टीचर्स यूनियन पंजाब सरकार और यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराएगी और संघर्ष भी तेज किया जाएगा।
विरोध प्रदर्शन को किरती किसान यूनियन के युवा विंग के संयोजक भूपिंदर सिंह लौगोवाल और भारतीय अंबेडकर मिशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष दर्शन सिंह कार ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अगर सरकार इन शिक्षकों की मांग नहीं मानती है तो यूनियन गेस्ट फैकल्टी शिक्षकों के संघर्ष में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेगी। समाचार लिखे जाने तक धरना जारी था। विरोध प्रदर्शन में डाॅण् नवजीत सिंह, डाॅ. शहबाज सिंह, गुरसेवक सिंह, कुलदीप सिंह, नवजोत सिंह, अमनदीप कौर और जसविंदर कौर सहित बड़ी संख्या में सदस्य मौजूद रहे।