शाहाबाद मारकंडा, 18 जुलाई (निस)
संयुक्त संघर्ष पार्टी एवं भारतीय किसान यूनियन चढ़ूनी के राष्ट्रीय मीडिया सलाहकार व प्रवक्ता राकेश बैंस तथा भाकियू चढ़ूनी के शाहाबाद हलका के कार्यकारी अध्यक्ष जसबीर सिंह कंबोज मामूमाजरा ने आज सरकार से 8 सवाल किए हैं और मांग की है कि सरकार इनका शीघ्र उत्तर दे ताकि स्वयं को किसान हितैषी बताने वाली सरकार की सच्चाई व वास्तविकता किसानों के समक्ष
आ सके।
सरकार बताए कि किसानों का आलू के भावांतर का पैसा जो 2022-23 का है, जो पूरे शाहाबाद का अनुमानित 15 करोड़ रुपए बनता है, कब मिलेगा। गत 2 वर्ष से पेंडिंग पड़ी भूमिगत पाइपलाइन की सब्सिडी कब किसानों के खातों में आएगी। दादुपुर नलवी नहर जो लगभग 7 वर्ष पूर्व डिनोटिफाई हो गई थी, उसकी जमीन की मलकीयत कब तक किसानों के नाम तब्दील होगी। प्रधानमंत्री मोदी के 10 वर्ष के शासन के बाद एमएसपी पर कानूनी गारंटी कब लागू होगी।
नेशनल हाईवे 152जी बनने के कारण जिन किसानों की जमीन के रास्ते 2 वर्ष पूर्व से ही बंद पड़े हैं, उन किसानों के रास्ते कब मिलेंगे। लगातार किसानों की ट्यूबवैल की केबल व ट्रांसफार्मर जो चोरी हो रहे हैं, इस चोरी को रोकने के लिए सरकार ने 10 साल में क्या प्रबंध किए और उन पर अंकुश क्यों नहीं लग पाया। किसानों पर दर्ज मुकदमे सरकार ने तो वापस ले लिए हैं, लेकिन अनेक अदालतों में आज भी लंबित चल रहे हैं, सरकार इन्हें तुरंत वापस ले। नेशनल हाईवे 152 जी बनने के बाद किसानों की पाइपलाइन जो दो वर्ष पूर्व टूट गई थीं, उनका मुआवजा किसानों को कब मिलेगा।