जींद, 18 जुलाई (हप्र)
जींद में बृहस्पतिवार को प्राइवेट स्कूल संघ हरियाणा के नाम से निजी स्कूल संचालकों का नया राज्य स्तरीय संगठन अस्तित्व में आ गया। इसके प्रांतीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी जींद के वजीर ढांडा ने संभालते हुए कहा कि पुराना संगठन प्रभावी तरीके से निजी स्कूल संचालकों की लड़ाई नहीं लड़ पा रहा था। नया संगठन लड़ाई को प्रभावी तरीके से लड़ेगा और निजी स्कूल संचालकों के हितों की रक्षा करेगा।
बृहस्पतिवार को जींद में पत्रकार सम्मेलन में वजीर ढांडा और उनके साथियों ने कहा कि स्कूल बसों को पैसेंजर टैक्स से मुक्त किया जाए और स्कूल बसों की उम्र 20 साल की जाए क्योंकि एक स्कूल बस हर रोज औसतन 20 से 25 किलोमीटर ही चल पाती है। हर 10 वर्ष बाद हरियाणा सरकार द्वारा मान्यता का पुनर्निरीक्षण करने पर रोक लगाई जाए। 134- ए का जितना पैसा सरकार की तरफ बकाया है, उसका तुरंत भुगतान करवाया जाए। यह राशि करोड़ों रुपए में है। स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा स्कूलों की मान्यता चेक करना सही नहीं है। निजी स्कूलों में विद्यार्थियों से लेकर दूसरी जानकारी पोर्टल पर अपडेट करने में दिक्कत आ रही है। सरकार का संबंधित पोर्टल बंद मिलता है और जानकारी अपडेट करने में देरी पर हर रोज के हिसाब से जुर्माना स्कूल संचालकों को भरना पड़ता है। यह व्यवस्था तुरंत प्रभाव से बंद होनी चाहिए।
वजीर ढांडा ने कहा कि निजी स्कूल संचालकों की इन मांगों पर चर्चा के लिए सीएम से समय मांगा गया है, सीएम के सामने यह तमाम मुद्दे रखे जाएंगे। समाधान नहीं होने पर आंदोलन होगा। इस मौके पर संघ संरक्षक नरेंद्र नाथ शर्मा, पुरुषोत्तम शर्मा, बिजेंद्र रेढू, कंवर सुरेंद्र आहूजा, शिवनारायण शर्मा, विरेंद्र ढिल्लों, दलशेर लोहान, राजेश कुमार, राजेश शास्त्री, सतीश मलिक, सुनील खोखर, राकेश गौतम, शमशेर, दलबीर आदि मौजूद रहे।