अजय बनर्जी/ट्रिन्यू
नयी दिल्ली, 19 जुलाई
भारतीय वायुसेना के पास लड़ाकू विमानों की कमी है और स्वदेशी तेजस लड़ाकू विमानों की डिलीवरी भी निर्धारित समय से पीछे चल रही है। इसको देखते हुए वायुसेना उप-प्रमुख एयर मार्शल एपी सिंह ने शुक्रवार को कहा आत्मनिर्भरता राष्ट्र की रक्षा की कीमत पर न हो।
राष्ट्रीय राजधानी में एक सेमिनार में सिंह ने कहा, ‘अगर भारतीय वायुसेना या सेनाओं को आत्मनिर्भरता चाहिए तो यह तभी संभव है जब डीआरडीओ से लेकर रक्षा क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रम और निजी उद्योग तक सभी एक-दूसरे का हाथ थामें।’ वायुसेना उप-प्रमुख ने कहा, ‘जिस गति से हमारे विरोधी नयी प्रौद्योगिकियों को अपना रहे हैं उससे क्षमता का अंतर लगातार बढ़ रहा है।’ उनका यह बयान रक्षा मंत्रालय द्वारा हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड को मार्च 2025 तक 18 तेजस मार्क-1ए जेट की आपूर्ति करने के डिलीवरी शेड्यूल को पूरा करने के लिए कहने के ठीक दो महीने बाद आया है। अभी वायुसेना के पास 40 तेजस मार्क-1 जेट हैं। तेजस मार्क-1ए विमान का उन्नत संस्करण है।