सोनीपत, 19 जुलाई (हप्र)
दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विवि (डीआरयूएसटी), मुरथल के शिक्षकों व कर्मचारियों ने भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली को मुख्यमंत्री नायब सैनी के नाम ज्ञापन सौंपा और गुहार लगाई की विश्वविद्यालय हित में कुलपति को वापस बुलाया जाये। वहीं, दूसरी ओर, रिसर्च स्कॉलर, शिक्षकों व कर्मचारियों का धरना जारी रहा।
शिक्षकों व कर्मचारियों ने शुक्रवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली से मुलाकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि कुलपति ने अपनी मनमानी के चलते एक वर्ष से विश्वविद्यालय को एक तरह से ठप कर रखा है। विश्वविद्यालय प्रशासन की तानाशाही पूर्ण नीतियों के कारण प्रदेश का विश्वविद्यालय खतरे में हैं। जिसका सीधा प्रभाव विश्वविद्यालय में हो रहे दाखिलों पर पड़ रहा है। विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास की गतिविधियां पूरी तरह से ठप हैं। शिक्षक व कर्मचारियों का आरोप है कि उनकी मांगें लंबे समय से पेंडिंग है। एकेडमिक काऊंसिल की मिनिट्स के साथ छेड़छाड़ की वजह से रिसर्च स्कॉलरों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, इसलिए विश्वविद्यालय के रिसर्च स्कॉलर दिन-रात धरने पर बैठने पर मजबूर है। मोहन लाल बड़ौली ने शिक्षकों व कर्मचारियों को आश्वासन दिया की ज्ञापन को उचित स्थान पर पहुंचा दिया जाएगा और इस संबंध में उचित कारवाई जल्द से जल्द की जाएगी।
इनकी रही मौजूदगी
ज्ञापन सौंपने वालों में डीक्रूटा के प्रधान प्रो. सुरेंद्र दहिया, नॉन टीचिंग यूनियन के प्रधान आनंद कुमार, डीक्रूटा के उपप्रधान प्रो.अनिल यादव, सचिव डाॅ. अजमेर सैनी, कोषाध्यक्ष डॉ. ममता भगत, नॉन टीचिंग के उपप्रधान सुरेश कुमार, प्रवेश त्यागी, राजेश समेत अनेक मौजूद रहे।