नयी दिल्ली, 20 जुलाई (एजेंसी)
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) के अध्यक्ष मनोज सोनी ने निजी कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उनका कार्यकाल मई 2029 में समाप्त होना था।
आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को कहा कि मनोज सोनी के इस्तीफे का ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर का मामला सामने आने के बाद यूपीएससी पर उठ रहे सवालों से कोई लेना-देना नहीं है। एक सूत्र ने कहा, ‘यूपीएससी अध्यक्ष ने निजी कारणों का हवाला देते हुए एक पखवाड़े पहले इस्तीफा सौंप दिया था। इसे अभी तक स्वीकार नहीं किया गया है।’ प्रख्यात शिक्षाविद् मनोज सोनी (59) ने 28 जून, 2017 को आयोग के सदस्य के रूप में पदभार संभाला था। उन्होंने 16 मई, 2023 को यूपीएससी अध्यक्ष के रूप में शपथ ली थी।
सूत्रों के मुताबिक सोनी अब ‘सामाजिक-धार्मिक गतिविधियों’ पर अधिक समय देना चाहते हैं।
कांग्रेस का भाजपा पर निशाना
इस घटनाक्रम को लेकर कांग्रेस ने भाजपा पर निशाना साधते हुए दावा किया कि ऐसे कई लोग हैं जिन्होंने व्यवस्था को दूषित किया है। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि यूपीएससी अध्यक्ष के इस्तीफे को एक महीने तक छिपाकर क्यों रखा गया और क्या इतने सारे घोटालों और इस्तीफे के बीच कोई संबंध है? पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने सवाल किया कि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) के प्रमुख प्रदीप कुमार जोशी क्यों बचे हुए हैं? उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट रूप से लग रहा था कि यूपीएससी के मौजूदा विवाद को देखते हुए मनोज सोनी को बाहर
किया जाएगा।