सोनीपत, 20 जुलाई (हप्र)
प्राकृतिक खेती प्रोजेक्ट के तहत कृषि विभाग किसानों की आय को बढ़ाने की कवायद में जुट गया है। विभाग ने किसानों को प्राकृतिक खेती के गुर सिखाने के साथ-साथ बागवानी के प्रति भी जागरूक करने का फैसला किया है। इसके अंतर्गत प्राकृतिक खेती प्रोजेक्ट के तहत पंजीकरण करवाने वाले किसानों को कृषि विभाग फलदार पौधे भी वितरित करेगा। इसके लिए जल्द ही कैंप आयोजित किए जाएंगे।
कृषि विभाग ने सोनीपत में गुजरात की तर्ज पर मल्टीक्राप खेती पद्धति के तहत प्राकृतिक खेती करने का प्रोजेक्ट शुरू किया है। इसके तहत एक समय में एक खेत में किसान दो या दो से अधिक फसलों का उत्पादन कर पाएगा। इसी प्रोजेक्ट के तहत कृषि विभाग ने सूर्या फाउंडेशन संस्था के साथ संयुक्त रूप से किसानों को प्राकृतिक खेती की ट्रेनिंग देेने का फैसला किया था। अब विभाग ने किसानों का बेहतर गुणवत्ता के अमरुद, आम आदि फलों के पौधे वितरित करने का फैसला किया है, ताकि किसान अपने खेत में फलदार पौधे
भी लगाएं।
पायलट प्रोजेक्ट के तहत 100 किसानों का चयन
प्राकृतिक खेती प्रोजेक्ट के तहत किसानों को ट्रेनिंग देने के लिए कृषि विभाग द्वारा राई, सोनीपत, गन्नौर और खरखौदा ब्लॉक के विभिन्न गांवों में से 100 किसानों का चयन किया गया है। उक्त किसानों का बेस सर्वे डॉटा भी तैयार किया जा रहा है। इसके अंतर्गत खेतों की मिट्टी के सैंपल, किसान का नाम, उसके पास कितनी जमीन है। जमीन पर पिछले 5 साल से कौन-कौन सी फसलें उगाई जा रही है। किसान किस पद्धति से खेती कर रहा है। यह सब जानकारी का रिकॉर्ड कृषि विभाग ने तैयार किया है।
एग्रो एक्सपो में हिस्सा लेंगे 50 किसान
21 जुलाई रविवार को सोनीपत से 50 किसानों को दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित होने वाले एग्रो एक्सपो में भेजा जाएगा। जहां किसान कृषि की आधुनिक पद्धतियों के साथ-साथ बागवानी करने के आधुनिक तौर-तरीके भी सीख और समझ पाएंगे। किसानों का यह भ्रमण कार्यक्रम कृषि विभाग की आत्मा योजना के तहत आयोजित किया गया है।
”कृषि विभाग का उद्देश्य किसानों की आमदनी को बढ़ाना है। इसके लिए प्राकृतिक खेती के साथ-साथ किसानों को बागवानी के प्रति भी प्रेरित किया जा रहा है। इसके लिए किसानों को अमरूद जैसे फलों के पौधे वितरित किए जाएंगे।”
-डॉ. पवन शर्मा, कृषि उपनिदेशक, सोनीपत