कनीना, 20 जुलाई (निस)
कनीना क्षेत्र में बारिश कमी अखरने लगी है। हाल ही में हुई बिखराव वाली कुछ बारिश के बाद अच्छी बारिश की उम्मीद बनी थी लेकिन बिना बरसे ही बादल लौट गए। जिन गावों में बारिश नहीं हुई, उनमें खरीफ की फसल सूखने लगी वहीं आमजन भी पसीने से तरबतर है। किसान फसल बचाने के लिए फवारा सिस्टम से सिंचाई कर रहे हैं। बता दें कि कनीना विकास खंड में 33 हजार हैक्टेयर कृषि योज्य भूमि में से 26 हजार हैक्टेयर भूमि पर बाजरे व गवार फसल बिजाई की गई है। कृषि विभाग के एडीओ विकास यादव ने बताया कि 6900 हैक्टेर भूमि पर कपास तथा 98 हैक्टेयर रकबे में मंूग की खेती गई है। जो अब तक बेहतर हालात में है लेकिन बरसात नहीं होने से उनमें नुकसान की संभावना बन रही है। 30 जून व एक जुलाई हुई पहली बारिश के बाद बाजरे व गवार की बिजाई की गई थी जो अच्छी लगी हुई है। कृषि विभाग के दिशा-निर्देशन में अधिकांश किसानों की ओर से दो माह में पककर तैयार होने वाली बिजाई की गई मूंग की फसल कटाई कर भंडारण किया जा चुका है। बरसात न होने से फसल खराब होने लगी है।