रेवाड़ी, 20 जुलाई (हप्र)
प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर सरगर्मियां बढ़ रही हैं। ‘हरियाणा मांगे हिसाब’ अभियान के तहत पदयात्रा करते हुए सांसद दीपेन्द्र हुड्डा 21 जुलाई को बावल पहुंच रहे हैं। यात्रा की तिथि तय होने के बाद बावल में भी सरगर्मियां और तेज दिखाई दे रही हैं। सबसे अधिक जोश उन कार्यकर्ताओं में है, जो बावल से टिकट के दावेदार हैं। ये सभी दावेदार अपने-अपने तरीके से दीपेन्द्र हुड्डा के समक्ष शक्ति प्रदर्शन करते हुए दावेदारी पेश करेंगे। बावल हलके में इस समय 20 से अधिक टिकट के दावेदार कतार में हैं। दो दिन पूर्व बावल की बैठक में पार्टी के संगठन महासचिव जयवीर धनखड़ कह चुके हैं कि काम करने वाले को टिकट मिलेगी। कोई भी अपनी टिकट पक्की न समझे।
फिलहाल बावल से मंत्री डॉ. बनवारी लाल लगातार दो बार भाजपा टिकट पर विधायक बन चुके हैं। तीसरी बार उन्हें टिकट मिली तो क्या वे हैट्रिक लगा पाएंगे, यह सवाल बना हुआ है। डॉ. लाल को केन्द्रीय राज्य मंत्री राव इन्द्रजीत सिंह ने दोनों बार टिकट दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। लेकिन बदले राजनीतिक परिवेश के चलते राव इस बार उनका कितना साथ देंगे, कहा नहीं जा सकता। लेकिन यह तय है कि टिकट मिलने पर डा. लाल को कड़ा पसीना बहाना पड़ेगा। इसके विपरीत बावल की जनता की नब्ज टटोलते गांव-गांव घूम रहे टिकट के दावेदारों में कांग्रेस सबसे आगे है। टिकट की आस लगाये बैठे कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता 21 जुलाई को दीपेन्द्र हुड्डा के आगमन को लेकर ये दावेदार अधिक से अधिक भीड़ जुटाने में लगे हुए हैं। टिकट किसे मिलेगी यह तो समय ही बताएगा। लेकिन यह तय है कि दीपेन्द्र हुड्डा व भूपेन्द्र हुड्डा जिसके सिर पर हाथ रखेंगे, वहीं चुनावी मैदान में दिखाई देगा।
टिकट की दौड़ में कौन?
इन दावेदारों में प्रमुख रूप से पूर्व मंत्री डॉ. एमएल रंगा, हाल ही में भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व मंत्री. चौ.जसवंत सिंह, पूर्व मंत्री शकुंतला भगवाड़िया की पुत्री नीलम भगवाड़िया, रमेश ठेकेदार शामिल हैं। इनके अतिरिक्त वेद प्रकाश बावलिया, डॉ. टीना नैहचाना, मुकेश जूली, जवाहर सिंह, साधु सिंह, रेखा दहिया, पूर्ण सिंह हरचंदपुर, सुनीता रंगा एडवोकेट, प्रवीण चौधरी भी टिकट की दौड़ में हैं।