रतिया, 21 जुलाई (निस)
प्रशासन ने एक दिन पहले भारी पुलिस बल के सहयोग व जेसीबी मशीनों से शहर की अग्रवाल धर्मशाला के पीछे गरीबों के आशियानों को गिराकर 8 दशकों से रह रहे गरीब परिवारों को बेघर कर दिया था, वहीं रविवार को दूसरे दिन शहर में अनेक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने फिर से जेसीबी मशीनें मंगवाकर श्रमदान करते हुए गरीबों के लिए रहने लिए आशियाने बनाना शुरू कर दिए हैं।
पार्षद गुरप्रीत गोपी व हैप्पी गरोहा के प्रयासों से बनाई ‘घर बचाओ-लोग बचाओ मोर्चा’ के नेतृत्व में ही विभिन्न संस्थाओं से 22 सदस्यीय कमेटी का गठन करते हुए उजड़े हुए परिवारों को फिर से इसी स्थान पर पक्के मकान बनाकर देने का भी ऐलान किया गया है।
इंकलाबी नौजवान सभा, भारतीय किसान यूनियन एकता उग्रहा, ऑल इंडिया किसान महासभा, किसान सभा, देहाती मजदूर सभा, खेती बचाओ किसान संघर्ष समिति, पगड़ी संभाल जट्टा, ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन, सीटू, विकलांग अधिकार मंच, एसटीएफआई के अलावा कांग्रेस पार्टी, आम आदमी पार्टी, इनेलो सहित अन्य पार्टियों के प्रतिनिधियों ने प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई कड़ा विरोध किया। गरीब परिवारों की कानूनी लड़ाई लड़ने और इस स्थान पर फिर बसाने का फैसला भी किया है।
प्रशासन की कार्रवाई के विरोध में रविवार को एकत्रित अनेक संस्थाओं के साथ-साथ नगर पालिका के चेयरपर्सन प्रतिनिधि कालू खन्ना भी उनके बीच पहुंचे और उन्होंने भी उनके विभाग द्वारा की गई इस कार्रवाई की कड़े शब्दों में निंदा की। गरीब परिवार को समर्थन देते हुए भरी सभा में उन्होंने कहा कि प्रशासन व सरकार ने इस जगह पर कार्रवाई के लिए उनकी पत्नी एवं नगर पालिका चेयरपर्सन से कोई भी जानकारी नहीं ली।
इस अवसर पर अध्यापक संघ के राष्ट्रीय नेता सीएन भारती ने कहा कि सरकार जिन गरीबों की लाशों पर धर्मशाला का निर्माण करना चाहती है, वहां पर किसी प्रकार का रेन बसेरा नहीं हो पाएगा ।
22 सदस्यीय कमेटी का किया गठन
इस मामले को लेकर 22 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है, जिसमें देहाती मजदूर सभा के तजिंद्र सिंह, राजपाल सिंह, गुरप्रीत सिंह नंबरदार, मनदीप सिंह पगड़ी संभाल जट्टा, सीटू के जंगीर सिंह, सुभाष खटीक, पाल सिंह, गुरपाल सिंह, पुरुषोत्तम खटीक, बलदेव मीन, इंकलाबी नौजवान सभा के गुरप्रीत गोपी, हैप्पी गरोहा, पीरु राम बस्ती के नाथा राम, पूर्व पार्षद नवनीत कुमार, शहीद भगत सिंह सभा के दविंद्र मलिक, पार्षद प्रतिनिधि जसवीर जस्सी, हैप्पी सिंह, गुरविंद्र सिंह, किसान यूनियन एकता उगाह के निर्भय सिंह, राजीव कुमार, नीलकंठ महादेव संघ, किसान सभा के राजविंद्र चहल, राम जाट और लाभ सिंह को शामिल किया गया है। बताया गया है कि यह कमेटी ही आगामी रणनीति को लेकर जो भी निर्णय लेगी, उसी के तहत अगली लड़ाई लड़ी जाएगी।